पश्चिम बंगाल में गौ तस्करी मामले में सीबीआई ने बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को पशु तस्करी मामले में बोलपुर से गिरफ्तार किया था. तब से वह 131 दिनों तक आसनसोल जेल में कैद थे. रविवार को ईडी को अनुब्रत मंडल को पूछताछ के लिए दिल्ली ले जाने की इजाजत मिल गई थी. लेकिन इसके पूर्व ही बंगाल में रातों-रात तस्वीर बदल गई. अनुब्रत को दिल्ली ले जाने की ईडी की कोशिशों के बीच दुबराजपुर थाना पुलिस पहले से दर्ज एक मामले में अनुब्रत को गिरफ्तार कर बीरभूम लेकर आ गई.
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बीरभूम पहुंचने के बाद थाना के लॉकअप में मंगलवार की रात उन्होंने चैन की नींद ली. रात के डिनर में उन्होंने रोटी, दाल व बैगन का चोखा खाया. विरोधी दल के कई नेताओं ने आरोप लगाया कि वह थाना लॉकअप में ही पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं. पंचायत चुनाव को लेकर निर्देश भी दे रहे हैं. बुधवार सुबह अनुब्रत के लिए टिफिन बॉक्स में बाहर से खाना आया था. हालांकि अदालत ने सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में अनुब्रत को रखने का निर्देश दिया है. उन्हें थाना के एसआई के कमरे में रखा गया है. बताया जा रहा है कि अनुब्रत के बीरभूम पहुंचते ही कार्यकर्ताओं में जोश भर गया. विरोधी दल के नेताओं का कहना है कि यह सब साजिश के तहत किया जा रहा है. दूसरी ओर पुलिस ने विरोधी दलों के आरोपों को बेबुनियाद बताया है. पुलिस का कहना है कि अदालत के निर्देश का पालन किया जा रहा है.
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अनुब्रत के बीरभूम थाना लॉकप में पहुंचते ही जिले के तृणमूल कांग्रेस नेताओ कार्यकर्ताओं में जोश भर गया है. विरोधी दल के नेताओं ने अनुब्रत मंडल के बीरभूम लाए जाने के पीछे षडयंत्र बताया है. आगामी पंचायत चुनाव को लेकर थाना लॉकप से ही अनुब्रत अपना कार्य करना शुरू कर दिया है. हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़