बीरभूम. राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल उर्फ केष्टो ने यहां सिउड़ी ब्लॉक – 02 क्षेत्र के पुरंदरपुर मैदान पर विजया मिलन के मंच से संकेत दिया कि दो साल बाद वह जिले में पार्टी की कमान छोड़ सकते हैं. हालांकि उन्होंने साफ किया कि वह फिलहाल अपनी जिम्मेदारी नहीं छोड़ रहे हैं. 2026 में ममता बनर्जी के चौथी बार राज्य की मुख्यमंत्री बनने के बाद वह जिले में पार्टी की कमान छोड़ देंगे. केष्टो के इस बयान के बाद जिला तृणमूल में खलबली मच गयी है. इसे लेकर तरह-तरह की सियासी अटकलें चल पड़ी हैं. मालूम रहे कि पशु तस्करी के मामले में दो वर्ष बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा होकर अनुब्रत हाल में बीरभूम आये हैं. इस बीच, जिले के समस्त ब्लॉक अंचल में विजया मिलन के जरिये वह पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे हैं. इस क्रम में सोमवार को सिउड़ी में विजया मिलन के मंच से अनुब्रत ने उक्त बयान दिया है. अतीत में अमूमन अनुब्रत अपने राजनीतिक कार्यक्रम सिउड़ी ब्लॉक-02 क्षेत्र से ही शुरू करते रहे हैं. लेकिन इस बार मुरारई ब्लॉक से विजया मिलन के जरिये उनकी राजनीतिक सक्रियता शुरू हुई, ध्यान रहे कि सिउड़ी ब्लॉक-02 क्षेत्र के तृणमूल अध्यक्ष नूरुल इस्लाम को अनुब्रत का करीबी माना जाता है. इन दोनों ने अपना सियासी सफर लगभग साथ ही शुरू किया था. नूरुल इस्लाम जिला परिषद के प्रभारी मुख्य कार्यकारी के पद पर भी हैं. सिउड़ी में विजया मिलन के मंच से अनुब्रत ने नूरुल इस्लाम से मुखातिब होकर कहा, “दोस्त नूरुल, 2026 में मैं ममता बनर्जी को चौथी बार मुख्यमंत्री बना कर पार्टी का जिलाध्यक्ष पद छोड़ दूंगा. तब आप भी ब्लॉक अध्यक्ष का पद छोड़ देना.” केष्टो के इस बयान के बाद जिले के सियासी हलकों में राजनीतिक अटकलें तेज हो गयी हैं. वैसे बंगाल में अगला विधानसभा चुनाव 2026 में हैं. अनुब्रत के बिना बीरभूम में लोकसभा चुनाव में तृणमूल ने अच्छा प्रदर्शन किया है. अब जिले में तृणमूल के संगठन की कमान संभालने को केष्टो तैयार हैं.
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