पश्चिम बंगाल : यहां कुत्तों को मिलती है 11 हजार तनख्वाह, नहाने को मिलता है गर्म पानी और रोज होती है मसाज
आसनसोल डॉग स्क्वायड में कुल पांच कुत्ते हैं. उनमें से कप्तान को बेंगलुरु से खरीद कर लाया गया था. दिल्ली में उसे आठ महीने की ट्रेनिंग दी गयी थी. यहां बेल्जियम प्रजाति का डॉग भी है. इसी प्रजाति के कुत्ते ने आतंकवादी ओबामा बिन लादेन को खोज निकाला था.
आसनसोल, राम कुमार : ठंड के मौसम में जब आम लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं तब कुछ कुत्ते ऐसे हैं जिनका खास ध्यान रखा जाता है. आसनसोल रेल मंडल (Asansol Railway Division) के डॉग स्क्वॉड के कुत्तों का इन दिनों खास ख्याल रखा जाता है. उनके लिए कुछ खास व्यवस्था की जाती है. ये कुत्ते चोरों को पकड़ने से लेकर मादक पदार्थ, विस्फोटक आदि की बरामदगी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. आसनसोल रेल मंडल के वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त राहुल राज ने खास निर्देश दिया है कि ठंड ज्यादा होने पर कुत्तों के रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया जाये. ठंड पड़ते ही सोने के लिए चौकी की व्यवस्था की जाती है. उस पर कारपेट बिछाया जाता है. कमरे में हीटर लगाया जाता है. कुत्ते को कीमती जैकेट भी पहनाया जाता है.
हर महीने मिलते हैं 11292 रुपये
इन कुत्तों के खानपान के लिए डॉग स्क्वॉड के कुत्तों का मासिक वेतन 11292 रुपये होता है. ये रुपये उनके भोजन और दवा पर खर्च होते हैं. इन कुत्तों को ट्रेन में सफर करना होता है. इनके साथ जाने वाले कर्मी को फर्स्ट क्लास एसी का पास दिलाया जाता है.
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लादेन को खोजने वाली प्रजाति के कुत्ते भी हैं स्क्वाड में
आसनसोल डॉग स्क्वायड में कुल पांच कुत्ते हैं. उनमें से कप्तान को बेंगलुरु से खरीद कर लाया गया था. दिल्ली में उसे आठ महीने की ट्रेनिंग दी गयी थी. यहां बेल्जियम प्रजाति का डॉग भी है. इसी प्रजाति के कुत्ते ने आतंकवादी ओबामा बिन लादेन को खोज निकाला था. आसनसोल मंडल में चोरी पकड़ने में भी इनका इस्तेमाल होता है. एक कुत्ते की देखभाल हेड कांस्टेबल राजेश गोली करते हैं. जावा नाम के दूसरे कुत्ते की देखभाल हेड कांस्टेबल ए बाउरी करते हैं. तीसरी कुत्ते का नाम तूफान है. डॉग स्क्वायड का यह कुत्ता मादक पदार्थों को पकड़ने में काम में लाया जाता है. उसकी देखरेख असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर एसके सिंह करते हैं. मैक्स नाम का कुत्ता भी इसमें शामिल है. जो विस्फोटक की बरामदगी में मदद करता है. उसकी देखभाल वी डे करते हैं. जोजो की देखभाल असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर डीसी महतो करते हैं.
धूप में एक से डेढ़ घंटे होता है मसाज
डॉग स्क्वाड के कुत्तों को सुबह 6:00 बजे जगाया जाता है. नाश्ते में बिस्किट खिलाने बाद 7:30 बजे से 8:00 बजे तक उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है. उसके बाद धूप में एक से डेढ़ घंटा उनका मसाज होता है. ब्लड सर्कुलेशन ठीक रखने के लिए मसाज जरूरी होता है. बाद में कुत्तों को गर्म पानी से नहलाया जाता है. दोपहर में उन्हें मटन, हरी सब्जी, दाल चावल मिलाकर खिलाया जाता है. शाम को फिर से बिस्कुट दिया जाता है. रात में रॉयल कैनाल खिलाकर उन्हें जैकेट पहनाकर सुला दिया जाता है.
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हर महीने डॉक्टर करते हैं स्वास्थ्य जांच
डॉग स्क्वाड के कुत्तों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाता है. हर महीने डॉक्टर चेकअप करते हैं. यदि कोई कुत्ता बीमार पड़ता है तो उसे एक अलग कमरे में रखा जाता है. सिक रूम में उसका इलाज किया जाता है. डॉक्टर से अनुमति मिलने पर ही उसे वापस काम पर लाया जाता है. तब तक वह छुट्टी पर ही रहता है.
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गर्मी के समय में इनका खान-पान अलग होता है
गर्मी के मौसम में इनका खानपान अलग हो जाता है. दही, ग्लूकोस, डाभ का पानी और मिनरल वाटर इन को विशेष रूप से दिया जाता है. उनके कमरे में कूलर की व्यवस्था की जाती है.