आसनसोल. पिता का डेथ सर्टिफिकेट नहीं मिलने के कारण मंत्री मलय घटक के अपकार गार्डेन स्थित आवासीय कार्यालय में हमला किया. पकड़ा गया आरोपी विक्की केवड़ा ने यह बात पुलिस को बताते हुए कहा कि पिता का पिता का डेथ सर्टिफिकेट नहीं मिलने पर वह मंत्री श्री घटक के आवासीय कार्यालय में एकबार आया था. यहां वह एक व्यक्ति से मिला, जिसने उसे कागज में लिखकर देने के बाद भी सर्टिफिकेट नहीं मिला, जिसे लेकर उसकी नाराजगी थी और उसने हमला कर दिया. उसकी इस बात की पुलिस जांच कर रही है. इस घटना के दौरान मंत्री के आवासीय सुरक्षा व्यवस्था में तैनात चार कांस्टेबल को लाइन हाजिर किया गया और उनके जगह चार नये कांस्टेबलों की तैनाती हुई है. घटना के दौरान वहां उपस्थित अपर चेलीडांगा इलाके के निवासी शंभूनाथ शुक्ला की शिकायत पर आसनसोल साउथ थाना कांड संख्या 37/25 में आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 333/324(4)/121(1)/132 के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई है. गुरुवार आरोपी को अदालत में पेश किया गया. जांच अधिकारी अवर निरीक्षक सराफुद्दीन मंडल ने सात दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की अदालत ने छह दिनों का रिमांड मंजूर किया. गौरतलब है कि बुधवार शाम 4:46 मिनट पर आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के कलिकापुर सायरपाड़ा इलाके का निवासी विक्की केवड़ा (22) हाथ में पत्थर लिए तीन गेट को पार करके राज्य के श्रम, विधि व न्याय मंत्री श्री घटक के आवासीय कार्यालय में जाकर हमला किया और पत्थर से टेबल का शीशा तोड़ दिया. सीसीटीवी फुटेज में यह पाया गया कि जब वह गेट से घुसा, उस समय गेट पर मौजूद गार्ड फोन पर बात कर रहा था. गार्ड उसे पकड़ पाता, उससे पहले वह टेबल पर पत्थर पटककर शीशा तोड़ दिया. इस घटना ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी. आरोपी को पकड़कर जब पूछा गया कि वह ऐसा क्यों किया? वह उग्र होकर चिल्लाने लगा और असंगत जवाब देने लगा. इस दौरान उसके एक सुरक्षा गार्ड को भी घायल कर दिया. उसे आसनसोल साउथ थाना पुलिस के हवाले किया गया. पुलिसिया पूछताछ में भी वह काफी असंगत जवाब दे रहा था. कलिकापुर सायरपाड़ा के कुछ लोगों के अलावा पुलिस ने आरोपी के मां से भी पूछताछ की. मां कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं थी. उसने कहा कि उसकी हरकतों से तंग आकर वह घर छोड़कर एक रिश्तेदार के पास रहती है. उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गयी. इलाके के लोगों ने बताया कि काफी नशा करता है. कुछ दिनों पहले एक मरे हुए कुत्ते को जलाकर उसका अंतिम संस्कार किया और अपना सिर मुड़वाया. डेथ सर्टिफिकेट को लेकर उसकी बतायी कहानी की भी पुलिस जांच कर रही है. उसके पिता अविष्कार डायग्नोस्टिक सेंटर में कार्य करते थे. एक साल पहले उनका निधन हुआ है. रिमांड अवधि में पुलिस हमला के कारणों की पूरी सच्चाई जानने के प्रयास में जुट गयी है.
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