WB News : बर्दवान स्टेशन पर हादसे के बाद शुरू हुआ दो और तीन नंबर प्लेटफार्मों से ट्रेनों का आवागमन

आरोप है कि वहां रेलवे का कोई एंबुलेंस नहीं था. कई यात्रियों को अस्पताल टोटो आदि वाहन से पहुंचाना पड़ा. गुरुवार सुबह भी मरम्मत कार्य किया गया. यात्रियों को कोई असुविधा न हो इसके लिए आरपीएफ जवानों की मुस्तैदी गुरुवार को भी थी.

By Shinki Singh | December 14, 2023 4:58 PM

बर्दवान/पानागढ़, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल के पूर्व रेलवे के हावड़ा डिवीजन के तहत बर्दवान रेलवे स्टेशन के दो और तीन नंबर प्लेटफार्म पर मौजूद 133 वर्ष पुरानी 53 हजार 800 गैलन वाली पानी की टंकी (Water tank) के टूटकर शेड पर गिरने से बुधवार दोपहर में तीन लोगों की मौत हो गयी और करीब 27 लोगों के घायल होने के बाद समूचे बर्दवान रेलवे स्टेशन पर अफरा तफरी मच गयी. बुधवार देर रात से ही दो और तीन नंबर प्लेटफार्म की रेल लाइनों से ट्रेनों का आवागमन शुरू हो गया. बुधवार देर रात छुट्टी रद्द कर पूर्व रेलवे के जीएम बर्दवान स्टेशन पहुंचे. रात को वह पुणे से दमदम आये. इसके बाद स्पेशल ट्रेन से बर्दवान रेलवे स्टेशन पहुंचे. उन्होंने देर रात अधिकारियों के साथ बैठक भी की. बुधवार दोपहर करीब 12:08 बजे यह हादसा हुआ था. पानी से भरी टंकी का एक बड़ा हिस्सा अचानक ढह गया.

टैंक का हिस्सा सबसे पहले यात्री शेड पर गिरा. इसके बाद शेड वाले प्लेटफार्म पर गिर गया. टैंकर का कुछ हिस्सा एक और दो नंबर प्लेटफार्म स्थित रेल लाइन पर गिर गया था. साथ ही भारी मात्रा में पानी भी तेजी से नीचे गिरा. उस वक्त कई यात्री ट्रेन का इंतजार कर रहे थे. वहां कई महिलाएं और बच्चे भी मौजूद थे. कोई हावड़ा, कोई सियालदह, कोई बोलपुर शाखा के लिए ट्रेन पकड़ने का इंतजार कर रहा था. धमाके के साथ टैंक का पानी बाहर निकलने लगा. रेलवे ने मृतकों के लिए पांच लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है. पूर्व रेलवे ने गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को पांच हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है.

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साथ ही हादसे की जांच के लिए रेलवे की ओर से तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी का भी गठन किया गया है. हादसे के तुरंत बाद आरपीएफ, जीआरपी के जवान व अधिकारी मौके पर पहुंचे. बाद में बर्दवान थाने की पुलिस भी पहुंची. बचाव अभियान शुरू हुआ. बचाव कार्य के लिए माल की लोडिंग और अनलोडिंग में लगे मजदूरों को भी बुलाया गया. रेलवे हॉकर भी बचाव कार्य में शामिल हुए थे. एक-एक कर घायलों को बर्दवान मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया. लेकिन अस्पताल ले जाना भी आसान नहीं था.

आरोप है कि वहां रेलवे का कोई एंबुलेंस नहीं था. कई यात्रियों को अस्पताल टोटो आदि वाहन से पहुंचाना पड़ा. गुरुवार सुबह भी मरम्मत कार्य किया गया. यात्रियों को कोई असुविधा न हो इसके लिए आरपीएफ जवानों की मुस्तैदी गुरुवार को भी थी. इधर 50 फुट ऊपर क्षतिग्रस्त टैंकर को हटाने का भी कार्य शुरू किया गया है. अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पांच की हालत नाजुक बतायी गयी है. घायलों का इलाज चल रहा है. कई घायलों को अस्पताल से छोड़ दिया गया है.

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