आसनसोल.
भाजपा प्रदेश सचिव सह आसनसोल साउथ की विधायक अग्निमित्रा पाल के खिलाफ तृणमूल प्रदेश सचिव सह पश्चिम बर्दवान जिला परिषद के मेंटर वी.शिवदासन दासू की आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर शिल्पांचल का राजनीति गरमा गयी है. भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष बप्पा चटर्जी के नेतृत्व में गुरुवार को आसनसोल साउथ थाना के निकट जीटी रोड अवरोध कर प्रदर्शन किया और सड़क पर टायर जलाकर तृणमूल नेता का फोटो जलाया. विधायक श्रीमती पाल ने कहा कि उन्हें लेकर तृणमूल नेता की आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ अदालत में मानहानि का मामला दायर किया जाएगा. उनके कानूनी सलाहकार तैयारियों में जुट गये हैं. श्री दासू ने कहा कि मुख्यमंत्री और तृणमूल के खिलाफ यदि कोई बोलेगा तो एक बार नहीं सौ बार ऐसा बोलूंगा. उन्होंजे यह भी कहा कि वे उनकी श्रद्धा करते हैं. उनका नाम लेकर कुछ नहीं कहा. यदि वे इस बात को खुद पर ले रही हैं तो यह बड़ी दुःख की बात है. वह खुद को ही करप्ट समझ रही हैं तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं और माफी मांगने का तो कोई सवाल ही नहीं है.क्या है पूरा मामला ?
आसनसोल साउथ की विधायक श्रीमती पाल ने एक टीवी चैनल में इंटरव्यू देते हुए कहा था कि तृणमूल में रहने के लिए चोरी आनी चाहिए. तृणमूल प्रदेश सचिव श्री दासू बुधवार को सोशल मीडिया पर लाइव आकर श्रीमती पाल के बयान के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एक आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया. जिसे लेकर शिल्पांचल की राजनीति गरमा गयी है. गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने आसनसोल साउथ थाना के निकट जीटी रोड अवरोध करके प्रदर्शन किया. टायर जलाकर तृणमूल प्रदेश सचिव का फोटो जलाया. भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि तृणमूल के वरिष्ठ नेता ने विधायक के खिलाफ जिस तरह के शब्द का प्रयोग किया है वह काफी आपत्तिजनक व अपमाजनक है. भाजपा इसका विरोध कर रही है. जिस पार्टी की मुखिया एक महिला हों और उस पार्टी के नेता एक महिला नेत्री के खिलाफ इसतरह के शब्द का प्रयोग करना महिलाओं को लेकर उनकी सोच को दर्शाता है. अपनी बयान को लेकर तृणमूल नेता यदि माफी नहीं मांगते हैं तो भाजपा का आंदोलन जारी रहेगा और तृणमूल नेता का घेराव किया जाएगा.
नहीं मागूंगा माफी, सौ बार और बोलूंगा : वी शिवदासन दासू
आसनसोल साउथ की विधायक श्रीमती पाल के खिलाफ अपत्तिनक टिप्पणी पर माफी मांगने के सवाल पर तृणमूल प्रदेश सचिव श्री दासू ने कहा कि कौन माफी मांगेगा? दासू- हमसे उनलोगों को माफी मांगना है. मेरे नेत्री के खिलाफ ऊंगली उठाएंगे तो एक सौ बार और बोलूंगा. मानहानि के मामले के विषय में कहा कि करने दीजिए मामला, इसके लिए कोर्ट में पैसा जमा करना पड़ता है. मैंने कहा है इस तरह का — बोला है. मैंने उनका नाम लेकर इस शब्द का प्रयोग नहीं किया है. यदि वह समझती है कि यह उन पर निशाना साधते हुए कहा गया है तो इससे दुःख की बात और कुछ नहीं हो सकती है. हमलोग तो उनकी श्रद्धा करते हैं, वह अपने आप को खराब समझेंगी तो मैं क्या करूं? उन्होंने पुनः दोहराया कि उनके नेत्री के खिलाफ यदि कोई कुछ बोलेगा तो वह सौ बार इस तरह बोलेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है