लापता तृणमूलकर्मी का पेड़ से लटका मिला शव
मामले की जांच में जुटी पुलिस
बीरभूम. गत 15 अगस्त की रात से लापता तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता को मोहम्मद बाजार थाना क्षेत्र के खायराकुड़ी स्थित जंगल में पेड़ से लटका मृत पाया गया. शव के पास से ही एक बाइक भी बरामद हुई है. स्थानीय लोगों से सूचना पाकर बुधवार सुबह पुलिस जंगल में पहुंची और उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिउड़ी सदर अस्पताल भेज दिया. साथ ही पुलिस घटना की गहन पड़ताल में जुट गयी है. घटना के बाद उक्त इलाके में सनसनी फैल गई.
पुलिस मौके वारदात पर पाहुक कर क्षत विक्षत अवस्था में मृतक युवक का शव को बरामद कर उसे पोस्टमार्टम हेतु सिउड़ी सदर अस्पताल में भेज दिया है. मृत युवक का नाम अशोक घोष(20) बताया गया है. पांच दिन पहले यानी स्वतंत्रता दिवस की रात से उक्त युवक लापता था. बुधवार को जंगल में पेड़ से लटका उसका शव मिलने से राजनीतिक माहौल भी गरमा गया है.इस बीच, अशोक घोष के अपना पार्टी कार्यकर्ता होने का दावा भाजपा ने भी किया है. घटना की प्राथमिक जांच के आधार पर पुलिस इसे घरेलू अशांति से आत्महत्या का मामला मान कर चल रही है. अशोक के पिता पूर्णचंद्र घोष की मांग है कि उनके बेटे की मौत कैसे हुई, इसका पुलिस पता लगाये. अशोक घोष मोहम्मद बाजार थाना क्षेत्र का ही निवासी था. पेशे से वह कार मेकैनिक भी था. 15 अगस्त को रात घर से निकलने के बाद वह नहीं लौटा. काफी खोजबीन के बाद भी वह नहीं मिला, तो उसके पिता पूर्णचंद्र घोष ने मोहम्मद बाजार थाने में मिसिंग रिपोर्ट लिखायी थी.
बाइक में भराया पेट्रोल, खरीदी नायलॉन रस्सी
मामले की अब तक जांच में पुलिस को पता चला है कि घटनावाली रात अशोक घोष ने इलाके के एक पेट्रोल पंप से अपनी बाइक में ईंधन भराया था. फिर इलाके से नायलॉन की रस्सी भी खरीदी थी. यह मामला आत्महत्या का है अथवा, हत्या का, इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी है. इस बीच, घटना पर राजनीतिक रंग भी चढ़ने लगा है. अशोक के चाचा बलराम घोष खोयराकुरी इलाके में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष हैं, जिनका दावा है कि भतीजा भगवा पार्टी के लिए काम करता था. उसकी गुमशुदगी के बाद इलाके के तृणमूल बूथ अध्यक्ष रोबिन घोष ने पूर्णचंद्र घोष के साथ मोहम्मद बाजार थाने में जाकर मिसिंग रिपोर्ट लिखवायी थी. मोहम्मद बाजार तृणमूल ब्लॉक अध्यक्ष कालीप्रसाद बंद्योपाध्याय का दावा है कि अशोक तृणमूलकर्मी था. रोबिन घोष ने आगे कहा, ”अशोक घोष की मौत उन्हें असामान्य लगती है. पुलिस को जांच करके असलियत सामने लाने दें.
इधर, भाजपा के जिलाध्यक्ष ध्रुव साहा ने इल्जाम लगाया कि अशोक के लापता होने के बाद जब वे मोहम्मदबाजार थाने गये, तो उन्हें पुलिस ने गुमराह किया. चेतावनी दी कि मामले की पुलिस ने निष्पक्ष जांच नहीं की, तो भाजपा आंदोलन करेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है