दुर्गापुर.
दुर्गापुर के जाने-माने व्यवसायी सुरेश कुमार जैन ने रविवार की देर रात कोलकाता के एक निजी होटल में पारिवारिक विवाद से तंग आकर खुदकुशी की कोशिश की. खुदकुशी की कोशिश से पहले सुसाइड नोट में कारणों का जिक्र कर उसे अपने कुछ मित्रों को भेजा. इसकी खबर मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गयी. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए होटल पहुंचकर कमरे से सुरेश जैन को गंभीर हालत में बरामद कर कोलकाता के बड़ाबाजार स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है. घटना की सूचना मिलते ही दुर्गापुर के बेनचिटी स्थित श्री जैन के आवास से पत्नी एवं पुत्र सोमवार सुबह कोलकाता रवाना हो गये. घटना को अंजाम देने के पहले सुरेश जैन द्वारा सुसाइड नोट लिखे जाने पर शहर में खलबली मच गयी है. नोट में उन्होंने खुद्कुशी के लिए अपने कुछ परिजन, एक पुलिस अधिकारी एवं तृणमूल के मंत्री व एक सांसद को जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि प्रभात खबर ने सुसाइड नोट की सत्यता की पुष्टि नहीं की है. कोलकाता पुलिस मामले की जांच कर रही है. उल्लेखनीय है कि सुरेश जैन का उनके परिजनों के साथ संपत्ति को लेकर वर्षों से विवाद चल रहा है. सुरेश जैन पर कुछ महीने पहले धोखाधड़ी का आरोप भी लगा था. फिलहाल वह अग्रिम जमानत पर हैं. उनकी खुदकुशी की कोशिश व सुसाइड नोट से शहर के जैन समाज में से लेकर शहर के अन्य लोगों में कई तरह के प्रश्न खड़े हो गये हैं. इस बारे में सुरेश जैन के भाई अशोक सपानी से पूछे जाने पर उन्होंने सुरेश द्वारा लगाये गये आरोपों को बेबुनियाद बताया, एवं खुदकुशी करने के प्रयास को एक नाटक करार देते हुए कहा कि कानून की नजरों में सहानुभूति बटोरने की कोशिश के चलते यह नाटक किया गया है. उन्होंने कहा कि सुरेश के खिलाफ कई अभियोग जगजाहिर हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है