6.20 लाख रुपये का फर्जी डिमांड ड्राफ्ट देकर हथियाई कार, शिकायत मिलने के 24 घंटे में कार बरामद
ठगों के पास लूटने के लिए है एक से बढ़कर एक तरकीब, पुलिस भी कम नहीं
आसनसोल/जामुड़िया. फर्जी डिमांड ड्राफ्ट के जरिये कैनिंग थाना क्षेत्र के धिगिरपुर संजयपल्ली इलाके के निवासी बलाई दास ने जामुड़िया थाना क्षेत्र के बीजपुर इलाके के निवासी किरण माजी की कार खरीदी और कार लेकर निकल गया. कार की कीमत 6.20 लाख रुपये तय हुई थी. इसी राशि का डिमांड ड्राफ्ट बलाई ने किरण को दिया. ड्राफ्ट जमा करने के दो दिन बाद जब किरण बैंक में गये तो उन्हें पता चला कि उक्त डिमांड ड्राफ्ट फर्जी है. यह सुनते ही उनके होश उड़ गये. अपने स्तर पर बलाई की तलाश शुरू करने पर पता चला कि इस नाम का कोई आदमी नहीं है और जो पता दिया था, वह भी फर्जी है. फोन भी स्विच ऑफ है. बाध्य होकर उन्होंने जामुड़िया थाने में घटना की शिकायत दर्ज करायी. जिसके आधार पर कांड संख्या 570/24 में बीएनएस की धारा 318(4)/336(3)/340(2)/316(2)/3(5) के तहत मामला दर्ज हुआ. इसके बाद पुलिस जांच में जुट गयी और शिकायत मिलने के 24 घंटे के अंदर रविवार सुबह कार को हुगली के चंडीतला इलाके में एक व्यक्ति के घर से बरामद किया. उस व्यक्ति ने साढ़े तीन लाख रुपये में इस कार को खरीदने के सारे कागजात पुलिस को दिखाये. पुलिस ने कार को जब्त कर लिया.
जामुड़िया निवासी किरण माजी ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने अपनी हुंडई वर्ना कार बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया था. जिसके आधार पर उक्त आरोपी ने उन्हें 9831969526 नंबर से संपर्क किया. कार की कीमत 6.20 लाख रुपये फाइनल हुई. आरोपी ने अपने एक ड्राइवर को उनके नाम पर 6.20 लाख रुपये के डिमांड ड्राफ्ट के साथ गत 10 दिसंबर को कार लेने के लिए भेजा. उन्होंने कार बेचने के लिए जितने भी जरूरी कागजात होते हैं सभी पर हस्ताक्षर करके कार उसी दिन रात 10 बजे रानीशायर मोड़ पर ड्राइवर को हैंडओवर कर दिया. 11 दिसंबर की सुबह एसबीआइ बीजपुर शाखा में जाकर उन्होंने ड्राफ्ट जमा किया. दो दिनों तक अकाउंट में पैसा जमा होने का मैसेज नहीं आने पर वह बैंक गये तो पता चला कि ड्राफ्ट फर्जी है.कई हाथ घूमकर साढ़े तीन लाख रुपये में कार पहुंची हुगली के व्यक्ति के पास
पुलिस के अनुसार किरण की कार की बाजार में वर्तमान कीमत पांच लाख रुपये के करीब है. उन्हें 6.20 लाख रुपये की मुंहमांगी कीमत मिली तो वह कार जल्द से जल्द हैंडओवर करने को बेचैन हो गये. जिसके कारण वह फंस गये. फर्जी ड्राफ्ट को असली समझकर गाड़ी हैंडओवर कर दी. यह गाड़ी हुगली चंडीतला के जिस व्यक्ति ने ली है, उसे उक्त आरोपी ने सीधे नहीं बेचा है, कई हाथ घुमाकर उनके पास यह कार पहुंची है. उसने 70 हजार रुपये एडवांस दिये थे. आरटीओ ऑफिस में कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद बाकी पैसा भुगतना करना तय हुआ था. आरटीओ ऑफिस में आने का एक डेट फेल हो चुका था. सोमवार या मंगलवार को कागजी प्रक्रिया पूरी होने के पहले ही पुलिस ने कार बरामद किया. यह पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. सूत्रों के अनुसार लोगों को लूटने का यह एक बहुत बड़ा गैंग है. जिसकी तलाश कई थानों की पुलिस कर रही है. आरोपी के नाम पर कई थानों में प्राथमिकी भी दर्ज है. जामुड़िया पुलिस भी उसकी तलाश में जुट गयी है.
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