आदिवासी युवती की हत्या का मामला गरमाया
हत्यारे को खोजने के लिए पुलिस को दिया था दो दिनों का अल्टीमेटम, आदिवासी समाज ने हाइवे अवरुद्ध किया
बर्दवान/पानागढ़. पूर्व बर्दवान जिले के बर्दवान सदर थाना इलाके के नानदुई के झपानतला इलाके में स्वतंत्रता दिवस की शाम को शौच करने गयी एक आदिवासी युवती प्रियंका हांसदा की हुई हत्या के प्रतिवाद में रविवार को माहौल और गरम हो गया. आदिवासी समुदाय के लोगों ने गांगपुर के जोतराम के पास 19 नंबर हाइवे अवरुद्ध कर विरोध प्रदर्शन किया. सुबह से ही हाइवे अवरुद्ध कर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आदिवासी समुदाय के लोग सड़क पर उतर आये. इसके कारण जिला पुलिस की मुश्किल बढ़ गयीं. कोलकाता के आरजी कर अस्पताल की घटना के कारण समूचे राज्य का माहौल गरम है. इस पर बर्दवान में हुई आदिवासी युवती की हत्या ने माहौल को और गरमा दिया है. आदिवासी समुदाय के लोगों का कहना है कि हत्यारे को अविलंब गिरफ्तार कर उसे फांसी की सजा दिलानी होगी. शुक्रवार को आदिवासी समुदाय के लोगों ने बर्दवान सदर थाने का घेराव कर पुलिस को दो दिनों का अल्टीमेटम दिया था. लेकिन रविवार को तीन दिन बीत जाने के बाद भी जिला पुलिस आरोपी हत्यारे को गिरफ्तार नही कर पायी है. ऐसे में रविवार को आदिवासी समुदाय के लोगों ने अपने परिवार के साथ हाइवे अवरुद्ध कर दिया. आदिवासियों के इस चक्का जाम के कारण सुबह से ही हाइवे पर जाम लग गया. भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची. जिला पुलिस अधीक्षक अमनदीप ने दो दिन पहले ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के साथ नौ पुलिसकर्मियों को लेकर मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया था. एसपी ने कहा भी है कि वे जांच के काफी करीब हैं. जल्द ही आरोपी गिरफ्तार होगा. लेकिन रविवार को आदिवासी समुदाय के लोगों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए हाइवे जाम कर दिया. इस बीच हुई मूसलाधार बारिश के दौरान भी अवरोधकारी जमे रहे. करीब ढाई घंटे तक अवरोधकारी डटे रहे. इसके बाद पुलिस द्वारा समझाये जाने के बाद वे वहां से हट गये. इसकी वजह से ढाई घंटे तक कोलकाता और बर्दवान की मुख्य सड़क अवरुद्ध हो गयी.
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