बागतुई नरसंहार में आया TMC नेता अनुब्रत मंडल का नाम, CBI ने जेल में पूछताछ की हाईकोर्ट से मांगी अनुमति

पश्चिम बंगाल में गौ तस्करी मामले में गिरफ्तार बीरभूम जिला तृणमूल पार्टी अध्यक्ष अनुब्रत मंडल के नाम शामिल होने का मामला सामने आया है. इस रिपोर्ट के बाद बीरभूम जिला तृणमूल पार्टी अध्यक्ष अनुब्रत मंडल एक बार फिर संकट में घिरते नजर आ रहे हैं.

By Shinki Singh | January 2, 2023 7:08 PM
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पश्चिम बंगाल में गौ तस्करी मामले में गिरफ्तार बीरभूम जिला तृणमूल पार्टी अध्यक्ष अनुब्रत मंडल (Anubrat Mondal ) के खिलाफ सीबीआई ने सोमवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में दायर बागतुई नरसंहार मामले के रिपोर्ट में अनुब्रत मंडल के शामिल होने की पुष्टि की है. इस रिपोर्ट के जमा होने और अनुब्रत मंडल के नाम के उल्लेख होने के बाद सनसनी फैल गई है. इस रिपोर्ट के बाद बीरभूम जिला तृणमूल पार्टी अध्यक्ष अनुब्रत मंडल एक बार फिर संकट में घिरते नजर आ रहे हैं.

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बागतुई कांड में अनुब्रत शामिल

बागतुई नरसंहार मामले के मूल आरोपी लालन शेख की असामान्य मौत पर सीबीआई द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में सनसनीखेज जानकारी सामने आई है . बागतुई मामले में नाम आने के कारण तृणमूल नेता स्वाभाविक रूप से अधिक दबाव में हैं. सीबीआई ने उस रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि अनुब्रत मंडल बागतुई मामले के मुख्य आरोपी तथा रामपुरहाट ब्लॉक तृणमूल पार्टी अध्यक्ष अनारुल हक के संपर्क में थे.

बागतुई हत्याकांड वाले दिन क्या बात हुई थी पुलिस कर रही है जांच

बीरभूम जिला तृणमूल अध्यक्ष ने अनारुल से पिछले साल 21 मार्च को रात 8:50 बजे और 22 मार्च की सुबह दो बार बात की थी. केंद्रीय जांच एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि उस दिन दोनों लोगों ने फोन पर क्या बात की थी. सीबीआई ने हलफनामे में यह भी कहा कि आगे और जांच की जरूरत है. गौरतलब है कि 21 मार्च की रात बीरभूम के रामपुरहाट के पूर्व पाड़ा के पास बदमाशों द्वारा फेंके गए बम में ही बड़शाल ग्राम पंचायत के उप प्रधान भादू शेख की मौत हो गई थी. तभी रात में बागतुई गांव में दस घरों में आग लगा दी गई.

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मामला पहुंचा कलकत्ता हाईकोर्ट

फिर मामला कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंचा था. वकील कौस्थव बागची ने पूरी घटना की सीबीआई जांच की मांग को लेकर कोर्ट से गुहार लगाई थी. राज्य सरकार सीबीआई जांच के लिए राजी नहीं हुई. गौरतलब है कि राज्य पुलिस इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर उचित गति से जांच की कार्रवाई कर रही थी. लेकिन अंत में इस घटना की जांच सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली. तृणमूल को इस घटना में अनुब्रत मंडल का नाम शामिल नहीं दिख रहा था. बीरभूम जिले के तृणमूल खेमे का दावा है कि यह राजनीतिक साजिश है. लेकिन सीबीआई के इस दायर याचिका के बाद से बीरभूम जिले में खलबली मच गई है.

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रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़

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