बागतुई नरसंहार मामले का मूल आरोपी लालन शेख को सीबीआई ने अदालत में किया पेश
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बागतुई ग्राम में नरसंहार मामले में मूल आरोपी लालन शेख की 6 दिनों की रिमांड अवधि समाप्त होने पर शनिवार को पुनः सीबीआई ने रामपुरहाट महकमा अदालत में पेश किया. इस मामले में फरार मूल आरोपी लालन शेख को सीबीआई ने गत शनिवार देर रात झारखंड के पाकुड़ से गिरफ्तार किया था.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बागतुई ग्राम में नरसंहार मामले में मूल आरोपी लालन शेख की 6 दिनों की रिमांड अवधि समाप्त होने पर शनिवार को पुनः सीबीआई ने रामपुरहाट महकमा अदालत में पेश किया गया. अदालत ने आरोपी लालन शेख को पुनः तीन दिनों के सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. इससे पहले रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लालन शेख का मेडिकल जांच कराया गया. बताया जाता है की गुप्त सूचना के बाद झारखंड के पाकुड़ से गत शनिवार देर रात लालन शेख को सीबीआई ने गिरफ्तार किया गया था.
Also Read: West Bengal : टेट के वैन्यू फिर बदले, परीक्षार्थियों की बढ़ी मुसीबत, ट्रेन व मेट्रो की अतिरिक्त परिसेवा
लालन शेख के नेतृत्व में ही बागतुई में घरों में लगाई गई थी आग
रामपुरहाट थाना अंतर्गत बड़शाल ग्राम पंचायत के तहत बागतुई ग्राम में तृणमूल नेता तथा उप प्रधान भादू शेख की बम मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद भादू शेख के अनुयायियों द्वारा गांव के 10 घरों में आग लगाकर 10 लोगों को जिंदा जला कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में फरार मूल आरोपी लालन शेख को सीबीआई ने गत शनिवार देर रात झारखंड के पाकुड़ से गिरफ्तार किया था. गत रविवार को सीबीआई लालन शेख को रामपुरहाट महकमा अदालत में पेश की थी.
तृणमूल नेता भादू शेख के भाई जहांगीर शेख को सीबीआई ने किया गिरफ्तार
सीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लालन शेख को सीबीआई रिमांड पर लेकर पूछताछ चलाई थी. इसके बाद ही मृतक तृणमूल नेता भादू शेख के भाई जहांगीर शेख को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. सीबीआई ने बताया था की इस घटना में और संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. सीबीआई लालन शेख की गिरफ्तारी को लेकर बड़ी सफलता मान रही थी. जो कि इस नरसंहार मामले में मूल आरोपी के तौर जाना जाता था. काफी दिन से लालन शेख की गिरफ्तारी को लेकर सीबीआई छानबीन कर रही थी. इस सामूहिक हत्याकांड को लेकर समूचे राज्य समेत देशभर में कोहराम मच गया था. मामले को संज्ञान में लेते हुए कोलकाता हाई कोर्ट ने इस नरसंहार मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी.
Also Read: शिक्षक भर्ती घोटाला : 23 लाख ओएमआर शीट में से 8163 के बदले गये नंबर
रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़