मुख्यमंत्री की बैठक से पहले आसनसोल की राजनीति में भूचाल, जितेंद्र तिवारी ने समर्थकों के साथ दिया इस्तीफा

Bengal Chunav: आसनसोल नगर निगम प्रशासकीय बोर्ड के चेयरपर्सन जितेंद्र तिवारी ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया. श्री तिवारी ने बताया कि उन्होंने अपना इस्तीफा राज्य के शहरी विकास विभाग के मंत्री और संयुक्त सचिव को भेज दिया है. श्री तिवारी के करीबी साऊथ बंगाल स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के चेयरमैन सह मुख्यमंत्री कार्यालय में सरकारी जनकल्याण परिसेवा मॉनिटरिंग सेल ऑन प्रोग्राम इम्प्लीमेंटेशन के सलाहकार रिटायर्ड कर्नल दीप्तांशु चौधरी ने भी दोनों पदों से इस्तीफा दे दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2020 5:58 PM

आसनसोल : आसनसोल नगर निगम प्रशासकीय बोर्ड के चेयरपर्सन जितेंद्र तिवारी ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया. श्री तिवारी ने बताया कि उन्होंने अपना इस्तीफा राज्य के शहरी विकास विभाग के मंत्री और संयुक्त सचिव को भेज दिया है. श्री तिवारी के करीबी साऊथ बंगाल स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के चेयरमैन सह मुख्यमंत्री कार्यालय में सरकारी जनकल्याण परिसेवा मॉनिटरिंग सेल ऑन प्रोग्राम इम्प्लीमेंटेशन के सलाहकार रिटायर्ड कर्नल दीप्तांशु चौधरी ने भी दोनों पदों से इस्तीफा दे दिया है.

तृणमूल के जिला उपाध्यक्ष अभिजीत आचार्या और कोषाध्यक्ष अमित तुलस्यान ने जिलाध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. नगर निगम के सलाहकार रविऊल इस्लाम ने श्री तिवारी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. दुर्गापुर नगर निगम में बोरो 4 के चेयरमैन और शुभेंदु अधिकारी के करीबी माने जाने वाले चंद्रशेखर बनर्जी ने भी चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपना इस्तीफा मेयर को सौंपा है.

एक ही दिन जिले में तृणमूल के इतने नेताओं के अपने पद से इस्तीफा दे देने से जिले की राजनीति में भूचाल आ गया है. श्री तिवारी ने नगर निगम अधिकारी और कर्मियों के साथ बैठक की और कहा कि वे चिंता न करें, संयम से काम करें. तीन माह बाद पुनः पुरानी स्थिति बहाल हो जायेगी. श्री तिवारी ने नगर निगम के अधिकारियों और कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्रफल के हिसाब से आसनसोल नगर निगम राज्य का सबसे बड़ा नगर निगम है.

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उन्होंने कहा कि किसी भी अर्बन बॉडी का विकास केंद्र और राज्य सरकार के फंड को मिलाकर किया जा सकता है. विभाग के मंत्री के कारण आसनसोल शहर स्मार्ट सिटी और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (एसडब्ल्यूएम) प्रोजेक्ट से बंचित हो गया. एसडब्ल्यूएम के लिए दिन-रात एक करके डीपीआर तैयार हुआ, टेंडर हुआ, लेकिन शहरी विकास विभाग के कारण यह प्रोजेक्ट अटक गया.

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में विभाग के जो मंत्री हैं, वे जब तक मंत्री रहेंगे, आसनसोल का विकास नहीं हो सकता है. आगामी दिनों में वह नहीं रहें, यह कैसे होगा, इसे हमलोग बाहर में समझ लेंगे. सभी से उन्होंने अपील की कि संयम से काम करें. जो इस पद पर आयेंगे, वे भी शायद आपलोगों से अच्छा बर्ताव करेंगे. यदि नहीं भी करते हैं, तो अपना संयम बरकरार रखिये. तीन माह बाद पुनः पुरानी स्थिति बहाल हो जायेगी.

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Posted By : Mithilesh Jha

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