पश्चिम बर्दवान जिले में तीन तृणमूल विधायकों की सीटों में बदलाव की संभावना प्रबल
आगामी विधानसभा चुनाव में पश्चिम बर्दवान जिले में तृणमूल के तीन विधायकों की सीट बदलने के संभावना प्रबल है.
आसनसोल : आगामी विधानसभा चुनाव में पश्चिम बर्दवान जिले में तृणमूल के तीन विधायकों की सीट बदलने के संभावना प्रबल है. जिसमें जिले के सबसे ताकतवर विधायक के नाम भी शामिल है. राज्य की खुफिया विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इन विधायकों को लेकर उनके क्षेत्र के लोगों में भारी रोष है.
यदि उन्हें यहां से दोबारा टिकट मिलता है तो जीत की संभावना काफी कम होगी. इसे लेकर तृणमूल में मंथन आरम्भ हो गया है. इन तीन सीटों के विधायकों को राज्य के किसी दूसरी जगह से टिकट देने पर चर्चा जारी है. अंतिम निर्णय अभी तक नहीं हुआ है. रानीगंज विधानसभा सीट से रानीगंज चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संदीप भालोटिया टिकट पाने की दौड़ में सबसे आगे हैं.
पश्चिम बर्दवान जिले में कुल नौ विधानसभा सीटों में से पांच पर तृणमूल का, तीन पर माकपा और एक पर कांग्रेस का कब्जा है. 2016 के विधानसभा चुनाव में दुर्गापुर पूर्व सीट पर माकपा के संतोष देबराय ने अपने निकटतम तृणमूल के उम्मीदवार को 11,131 मतों के अंतर से पराजित कर विजयी हुए.
दुर्गापुर पश्चिम विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विश्वनाथ पड़ियाल ने अपने निकटतम तृणमूल के उम्मीदवार को 44,824 मतों के अंतर से हराया था. आसनसोल उत्तर विधानसभा सीट से तृणमूल के मलय घटक ने अपने निकटतम भाजपा उम्मीदवार को 23,897 मतों के अंतर से पराजित किया था. आसनसोल दक्षिण विधानसभा सीट पर तृणमूल के तापस बनर्जी ने अपने निकटतम माकपा उम्मीदवार को 14,283 मतों के अंतर से पराजित किया.
जामुड़िया विधानसभा सीट पर माकपा की जहांनारा खान ने अपने निकटतम तृणमूल उम्मीदवार को 7,757 मतों से पराजित किया था. राजीगंज सीट पर माकपा के रुनु दत्ता ने अपने निकटतम तृणमूल उम्मीदवार को 12,385 मतों के अंतर से हराया था. पांडेश्वर सीट पर तृणमूल के जितेंद्र तिवारी ने अपने निकटतम माकपा उम्मीदवार को 5,470 मतों के अंतर से पराजित किया था.
बाराबनी सीट पर तृणमूल के विधान उपाध्याय ने अपने निकटतम माकपा उम्मीदवार को 24,049 मतों से पराजित किया था. कुल्टी विधानसभा सीट पर तृणमूल के उज्ज्वल चटर्जी ने अपने निकटतम भाजपा उम्मीदवार को 19,488 मतों के अंतर से पराजित किया था.
पिछले विधानसभा चुनाव में सिर्फ दो सीटों पर ही भाजपा दूसरे नम्बर पर थी. इसबार के चुनाव में परिस्थिति कुछ अलग है. खुफिया विभाग की रिपोर्ट के अनुसार भाजपा सभी सीटों पर मजबूत स्थिति में है. इस रिपोर्ट में सभी सीटों का पूर्ण विश्लेषण कर राज्य सरकार को भेजा गया है. जिसमें तीन वर्तमान विधायकों को इस बार अपने क्षेत्र से चुनाव जीत पाना कठिन बताया गया है. टीम पीके भी इसपर समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है. तृणमूल का लक्ष्य सभी नौ सीटों पर जीतना है.
सीट परिवर्तन होने से मिलेगी जीत?
सूत्रों के अनुसार जिले के तीन वर्तमान तृणमूल विधायकों की सीट बदल देने से जिले में तृणमूल की स्थिति मजबूत हो जाएगी. तीन विधायकों को जिले या जिले के बाहर किसी भी सीट पर टिकट दिया जा सकता है. इसे लेकर पार्टी में चर्चा तेज हो गयी है. जिन सीटों पर पिछली बार तृणमूल को हार का सामना करना पड़ा था, उन सीटों पर नए चेहरे उतारने की योजना है. रानीगंज से संदीप भालोटिया का टिकट मिलना तय माना जा रहा है. रानीगंज चेम्बर ऑफ कॉमर्स के लगातर दूसरी बार अध्यक्ष बने श्री भालोटिया हाल ही में तृणमूल में शामिल हुए है.
posted by : sameer oraon