फ्री फायर गेम बेचने के बहाने ठगी

साइबर क्राइम के शातिरों पर पुलिस की पैनी नजर

By Prabhat Khabar News Desk | January 19, 2025 12:31 AM

आसनसोल. हीरापुर थाना क्षेत्र इलाके में बैठकर स्थानीय दो युवकों का देश कोने-कोने में लोगों को लूटने के कारनामे का भंडाफोड़ हुआ. रांगापाड़ा में राधाकृष्ण मंदिर के निकट का रहनेवाला विकास चौधरी (23) और धरमपुर कियामनगर इलाके का निवासी आकाश पासी (22) को हीरापुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया. इनके पास से बरामद फोन नम्बर का उपयोग साइबर अपराध में हुआ है. जिसकी शिकायत गांधीनगर (गुजरात) के निवासी दिव्यराजसिंह छाबड़ा ने और सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल) थाना क्षेत्र के भरतनगर प्रांतिक पल्ली इलाके के निवासी मयंक पाल में एनसीआरपी पोर्टल में दर्ज करायी है. प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने कबूला है कि ””””फ्री फायर”””” गेम बेचने के नाम पर देशभर में लोगों को लूटा है. हीरापुर थाना के अवर निरीक्षक सुभाशीष बनर्जी की शिकायत पर साइबर क्राइम थाना में कांड संख्या 06/25 में बीएनएस की धारा 316(2)/318(4)/319(2)/338/336(3)/340(2)/61(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई. आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, छह दिनों की पुलिस रिमांड मिली. गौरतलब है कि साइबर अपराधियों पर पुलिस की निगरानी काफी तेज हो गयी है. उनकी हर गतिविधि को देशभर के हर साइबर क्राइम थाना और साधारण थाना में भी मॉनिटर किया जा रहा है. जिसके तहत काफी संख्या में आरोपी पकड़े जा रहे है. ऐसी ही एक निगरानी में हीरापुर थाना क्षेत्र से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. अवर निरीक्षक श्री बनर्जी ने अपनी शिकायत में कहा कि पोर्टल पर निगरानी के दौरान दो साइबर आरोपियों की गतिविधि की जानकारी हीरापुर थाना इलाके में मिली. जिनके मोबाइल नम्बर के उपयोग से गांधीनगर और सिलीगुड़ी में दो लोगों को ठगने की शिकायत दर्ज है. जिसमें ओटीपी शेयरिंग के माध्यम से दोनों लोगों को ठगा गया था. इनका अपराध का तरीका कुछ अलग है. ये लोग व्हाट्सएप पर लोगों से संपर्क करते हैं और उन्हें उच्च स्तरीय आइडी के साथ फ्री फायर गेम बेचने का लालच देकर अपने झांसे में लेते हैं. जब लोग इन्हें भुगतान कर देते हैं तो फिर वे पैसे भेजनेवाले को कुछ भी नहीं देते हैं और संपर्क समाप्त कर लेते हैं. सूत्रों के अनुसार फ्री फायर गेम फ्री में मिलता है लेकिन इसके एडवांस लेवल के लिये भुगतान करना होता है. जिसे लेकर साइबर अपराधी लोगों को अपने झांसे में लेते हैं. रिमांड अवधि में इनके और भी कारनामों की जानकारी निकालने में पुलिस जुट गयी है. इनके पास से 10 मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद किया है.

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