बांकुड़ा.
बांकुड़ा से रेल सेवाओं की समयबद्धता व दुरुस्ती की मांग पर वामपंथी ट्रेड यूनियन सीटू की ओर से विरोध रैली निकाली गयी. फिर बांकुड़ा के स्टेशन मैनेजर के जरिये दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक और आद्रा मंडल के डीआरएम को 14 सूत्री मांगों पर ज्ञापन सौंपा. पुरुलिया/बांकुड़ा से मसाग्राम होते हुए हावड़ा तक नयी इंटरसिटी एक्सप्रेस चलाने, पुरुलिया एक्सप्रेस को सुचारू व समय से चलाने के लिए इस ट्रेन के लिए एक अलग रेक का प्रावधान, बांकुड़ा रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण और मोइराबांध व स्टेशन चौराहे पर अंडरपास का निर्माण समेत अन्य मांगों को लेकर वामपंथी ट्रेड यूनियनों द्वारा बांकुड़ा रेलवे स्टेशन मैनेजर के माध्यम से दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक और आद्रा डीआरएम को ज्ञापन सौंपा गया. शनिवार सुबह सीटू के सैकड़ों कैडर विरोध रैली की शक्ल में बांकुड़ा स्टेशन पहुंचे और फिर उनके प्रतिनिधियों ने स्टेशन प्रबंधक को अपनी 14 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा. सीटू नेता प्रतीप मुखर्जी ने बांकुड़ा रेलवे स्टेशन परिसर में भास्कर सिंह व तपन दास की अध्यक्षता में हुई बैठक में मांग पत्र सौंपा. मौके पर सौमेंदु मुखर्जी, किंकर पोशाक सुविकास चौधरी, कल्याण सिंह, बब्लू बनर्जी, सुनील पात्रा और श्यामपद डांगर ने मांगों को लेकर चर्चा की. साथ ही शिक्षक नेता आशीष पांडे और ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के नेता उदय अधुर्य ने भी मांगों के समर्थन में बात की. वक्ताओं ने जोर दिया कि पुरुलिया व बांकुड़ा से हावड़ा तक जोन की रेल सेवाएं कैसे बाधित हो रही हैं और उन्होंने लॉकडाउन से पहले चल रही सेवाओं के साथ उन सुविधाओं की बहाली की मांग की, जो कोरोना-काल में लॉकडाउन के दौरान वापस ले ली गयी थीं. अगर पुरुलिया/बांकुरा से मसाग्राम होते हुए हावड़ा तक ट्रेन चलती है, तो यात्रा की दूरी 45 किमी घटेगी और यात्रियों का समय व रुपये भी बचेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है