बेवा के कच्चे घर का फोटो खींच कर बताया अपना, हो गया सूचीबद्ध शिकायत के बाद विभाग कर रहा जांच भातार में योजना के लिए अर्जी के बावजूद पीड़िता का नाम सूची में नहीं बर्दवान/पानागढ़. पूर्व बर्दवान जिले के मजीदा ग्राम पंचायत के पश्चिम आट पाड़ा में एक पड़ोसी ने अपने पक्के मकान के पास मौजूद विधवा महिला के कच्चे घर की तस्वीर खींची और उसे आवास योजना के लिए आवेदन के साथ अपना दिखा कर लाभार्थियों की सूची में संबंधित विभाग में खलबली मच गयी है. घटना को लेकर आवास योजना की बाट जोह रही उक्त विधवा महिला को जब पता चला कि उसके कच्चे मकान को अपना मकान बताकर आवास योजना मे गबन करने वाला उसका पड़ोसी है तो पीड़ित महिला ने काल ना महकमा शासक को लिखित शिकायत की है. इस शिकायत के बाद स्वय महकमा शासक भी आश्चर्यचकित हो गए. महकमा शासक शुभम अग्रवाल ने तत्काल प्रखंड विकास अधिकारी को दोबारा सर्वेक्षण कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. अंसुरा बीबी शेख नामक विधवा महिला अपने मिट्टी के घर में अकेली रहती है .वह एक प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन पकाने का काम करती है. वह हमेशा घर पर नहीं रह पाती है. इस खाली समय का फायदा पड़ोसी रहीम शेख ने उठाया. विधवा महिला जब काम पर गई थी तभी यही वह समय था जब सरकारी कर्मचारी आवास योजना का सर्वे करने आये थे. रहीम शेख ने उस वक्त विधवा के कच्चे मकान को अपना मकान बताकर यह सर्वे पास करवा लिया था. इस बीच रहीम शेख का नाम भी आवास योजना तालिका में आ गया. जब इस बात की जानकारी विधवा महिला को हुई तो वह क कालना महकमा शासक को तस्वीर के साथ एक लिखित शिकायत सौंपी. इसके बाद महकमा शासक ने तत्काल मामले को लेकर बीडीओ को पुनः जांच का आदेश दिया और आरोपी पाए जाने वाले के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की बात कही है. इस संबंध में मजीदा पंचायत के प्रधान मुजीबुर रहमान ने बताया कि सरकारी कर्मचारियों ने घर का सर्वे किया था. उन्होंने कहा कि वह कल मौके पर जाकर पुनः जांच करेंगे. फर्जी सर्वे के मामले में उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, जब जिस शख्स रहीम शेख के खिलाफ शिकायत की गई थी, उनसे संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा- हमारे घरों के बीच ज्यादा गैप नहीं है. हालाँकि, उन्होंने उस विधवा महिला के घर का सर्वेक्षण करने की बात स्वीकार की. पूरे घटनाक्रम को लेकर इलाके में कवायद शुरू हो गई है.इस घटना को लेकर काफी शोर-शराबा शुरू हो गया है. घटना की शिकायत मिलने पर खुद महकमा शासक भी हैरान रह गये. एसडीओ शुभम अग्रवाल ने मामले को लेकर पुनः जांच का आदेश दिया है. विपक्षी राजनीतिक दल के नेता सूची की पारदर्शिता पर सवाल उठाते नजर आ रहे है.दूसरी ओर जिले के ही भातार थाना के रामचंद्रपुर ग्राम में अंगूरा बीबी को अबतक नहीं मिला आवास योजना का मकान मजबूरन कई वर्षों से कच्चे मकान पर तिरपाल की छत के नीचे रहने को मजबूर है. पीड़िता का कहना है कि बार बार आवेदन करने के बाद भी उन्हें आवास योजना का मकान नहीं मिल रहा है. वे चाहती है कि स्वय जिला अधिकारी आकर उनके आवास और हालत का जायजा ले ताकि हकीकत नजर आ जाएगी.
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