पश्चिम बंगाल : सैंथिया में इलाका दखल को केंद्र कर तृणमूल के दो गुटों में संघर्ष, 40 से अधिक बम बरामद

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के सैंथिया थाना के बलाईचंडीपु ग्राम में मंगलवार को इलाका दखल को केंद्र कर तृणमूल के दो गुटों में संघर्ष शुरु हो गया. मार-पीट के साथ बमबाजी की गई. देखते-देखते इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया.

By Shinki Singh | November 15, 2022 12:56 PM

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के सैंथिया थाना के बलाईचंडीपु ग्राम में मंगलवार को इलाका दखल को केंद्र कर तृणमूल के दो गुटों में संघर्ष शुरु हो गया. मार-पीट के साथ बमबाजी की गई. देखते-देखते इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. इस घटना में बम लगने से एक तृणमूल कार्यकर्ता का पैर उसके शरीर से अलग हो गया है. वहीं दो और लोग बुरी तरह से घायल हो गये है .घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बमबाजी और संघर्ष की घटना के बाद से इलाके में दहशत फैल गया है . तनाव और उत्तेजना को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल को उतारा गया है.

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पुलिस ने अब तक 12 तृणमूल कर्मियों को किया गिरफ्तार 

मिली जानकारी के अनुसार सैंथिया प्रखंड तृणमूल अध्यक्ष सबीर अली के गुट से तृणमूल नेता तुषार मंडल का विवाद लंबे समय से चल रहा है. इस संघर्ष ने आज विकराल रूप ले लिया .दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच आज इलाका दखल को केंद्र कर भारी बमबारी हुई है .यह बमबारी पूरे गांव में सुबह से जारी है. गांव की सड़कों पर बम पड़े नजर आ रहे हैं. पुलिस अभी भी स्थिति पर निगरानी रखे हुए है. पुलिस ने बताया की उक्त घटना की शुरुआत सोमवार देर रात से ही हुई है. इस मामले में कुल 12 तृणमूल कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है आज उन्हें सिउड़ी जिला अदालत में पेश किया जाएगा.

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बम स्कावायड टीम मौके पर पहुंची

पश्चिम बंगाल के सैंथिया में तृणमूल के दो गुटों में हुए संघर्ष के बाद पुलिस ने मौके पर बम स्कावायड टीम को बुलाया है. सुबह से ही लगभग 40 से अधिक बम बरामद किया जा चुका है. लोगों में दहशत का माहौल है. बम स्कावायड टीम की ओर से युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है.

गांव के लोग घर छोड़ने को मजबूर

सैंथिया गांव इस घटना के बाद पूरी तरह से खाली हो गया है. गांव में सिर्फ महिलाएं और बच्चे रह गये है .पुलिस की ओर से लगातार निगरानी रखी जा रही है. महिलाओं को घर से निकलने से मना किया गया है . हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि घटना के बदा इतनी दहशत हो गई है कि गांव में रहने की ईच्छा नहीं हो रही और लोग अपने घरों को छाेड़कर भाग रहे है.

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रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़

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