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जामुड़िया थाने को कांग्रेस का ज्ञापन

पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति और महिलाओं व बच्चियों से होनेवाली हिंसा व आपराधिक घटनाओं के खिलाफ थाना घेराव की राज्यव्यापी कार्यसूची के तहत कांग्रेस ने रानीगंज के भी कई थानों का घेराव किया.

जामुड़िया.

पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति और महिलाओं व बच्चियों से होनेवाली हिंसा व आपराधिक घटनाओं के खिलाफ थाना घेराव की राज्यव्यापी कार्यसूची के तहत कांग्रेस ने रानीगंज के भी कई थानों का घेराव किया. जामुड़िया ब्लॉक कांग्रेस कमेटी-एक व दो की ओर से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शुभंकर सरकार के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता व समर्थक जुलूस की शक्ल में पहले जामुड़िया थाने के पास गये और जम कर प्रतिवाद जताया.

फिर कांग्रेस प्रतिनिधियों ने अपनी सात सूत्री मांगों पर एक ज्ञापन जामुड़िया थाने के अंदर जाकर ओसी राजशेखर मुखर्जी को सौंपा. ज्ञापन के जरिये मांग की गयी है कि कोलकाता के आरजी कर अस्पताल की घटना और उसके बाद हुए तमाम आपराधिक वाकयों पर पुलिस तत्परता दिखाते हुए प्राथमिकी दर्ज कर उचित कार्रवाई करे. कांग्रेस का आरोप है कि हाल में हुई कुछ घटनाओं से पुलिस की कथित निष्क्रियता व नाकामी उजागर हुई है. राज्य में कानून-व्यवस्था नाम की चीज नहीं रह गयी है. कई आपराधिक घटनाओं में शिकायतकर्ता के पुलिस के पास जाने पर कुछ भी नहीं किया गया. राज्य में कानून का राज बेहद जरूरी है. कांग्रेस के मुताबिक पुलिस अपना काम ठीक से नहीं कर रही है, तभी मुजरिम बेखौफ हो गये हैं और आपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. कांग्रेस की मांग है कि राज्य में महिलाओं व बच्चियों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार व उसकी पुलिस को तत्पर होकर त्वरित कार्रवाई करनी होगी. तभी हालात बदलेंगे.

आपराधिक घटनाओं में दलगत राजनीति से परे जाकर पुलिस कार्रवाई करेगी, तभी राज्य की सूरत बदलेगी. प्रदर्शनकारियों का इल्जाम है कि कई घटनाओं के बाद शिकायत करने गये शख्स को मायूसी मिली. उसे उलटे पांव लौट जाना पड़ा. कई थानों में शिकायतकर्ता पर झूठे मामले करने का आरोप है. ऐसी स्थिति लंबे समय तक नहीं चल सकती. कांग्रेस के अनुसार जब तक राज्य की सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर पुलिस काम करेगी, तब तक यह स्थिति नहीं बदलेगी. इसलिए पुलिस को पहले से कहीं तत्पर व सक्रिय होना होगा.

प्रदर्शन के बाद कांग्रेसियों ने अपनी सात सूत्री मांगों पर एक ज्ञापन थाना प्रभारी को दिया. मालूम रहे कि कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी लेडी डॉक्टर की हैवानियत के बाद हत्या के मामले में पुलिस की भूमिका पर कई गंभीर सवाल उठे. कहा गया कि घटना के बाद आरोपियों को पकड़ने के बजाय पुलिस ने सबूत मिटाने में काफी समय गंवाया. इससे मामले की जांच प्रभावित हुई. शनिवार के थाना घेराव के दौरान कांग्रेस नेता विश्वनाथ यादव, परितोष बाउरी, शरण चौधरी, मिथुन हरिजन, सोमनाथ चटर्जी, शांति गोपाल साधु आदि सक्रिय रहे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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