बंगाल में गौ तस्करी : 150 बैंक अकाउंट के जरिये काला धन को किया गया सफेद, सीबीआई ने किया खुलासा
बैंक में गुमनाम तरीके से खाता खोला गया है. सीबीआई का दावा है कि अब तक करीब 150 बैंक खातों का पता चला है, जिनसे अनुब्रत मंडल के नाम जुड़े हैं. जांच एजेंसी का दावा है कि इन खातों के जरिये करीब 10 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला में गौ तस्करी मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने छापामारी कर काला धन को सफेद करने का खुलासा किया है. सूत्रों ने बताया है कि अनुब्रत मंडल ने इन बैंक खातों के जरिये कम से कम 10 करोड़ रुपये का लेन-देन किया. बीरभूम जिला के सिउड़ी सहकारी बैंक में छापे की कार्रवाई के बाद इसकी जानकारी मिली है.
गुमनाम तरीके से सिउड़ी के सहकारिता बैंक में खोले गये खाते
सूत्रों ने बताया कि बैंक में गुमनाम तरीके से खाता खोला गया है. सीबीआई का दावा है कि अब तक करीब 150 बैंक खातों का पता चला है, जिनसे अनुब्रत मंडल के नाम जुड़े हैं. जांच एजेंसी का दावा है कि इन खातों के जरिये करीब 10 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है. इन खातों का इस्तेमाल ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए किया गया है. इस बैंक के वित्तीय लेन-देन से खाद्य विभाग को जोड़ा गया है.
बेनामी चेक इन बैंक अकाउंट में जमा किये गये
अनुब्रत मंडल की राइस मिलों का चावल बेचने से खाद्य विभाग से जो पैसे आते हैं, इन खातों में जमा होते हैं.सीबीआई अधिकारियों का मानना है कि धान को किसानों से कम कीमत पर नकद में खरीदा गया और फिर बिलिंग करके राज्य के खाद्य विभाग को अधिक दाम में बेच दिया गया. सीबीआई के जांच अधिकारियों अनुसार, खाद्य विभाग से प्राप्त चेक उक्त बेनामी खाते में जमा किया गया था.
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बैंक अकाउंट को खंगाल रहे हैं सीबीआई अधिकारी
जांच में पता चला कि ये सभी खाते 150 अलग-अलग नामों से खोले गये थे, जबकि 150 ग्राहकों के हस्ताक्षर लगभग एक जैसे हैं. जांच अधिकारी सुशांत भट्टाचार्य खुद खातों का रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं. सीबीआई ने कहा कि जरूरत पड़ी, तो फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट की राय ली जायेगी. जांच अधिकारी बैंक के प्रबंधक से पूछताछ करना चाहते हैं. वह जानना चाहते हैं कि क्या ये खाते काला धन को सफेद करने के लिए खोले गये हैं? किन लोगों ने ये अकाउंट खुलवाये?
सीबीआई छापा से बीरभूम में फिर मची खलबली
बैंक अधिकारी ने सीबीआई के साथ सहयोग नहीं किया, तो जांच एजेंसी के के अधिकारियों ने कहा कि वे अपराधियों के काला धन को सफेद करने में मदद कर रहे हैं. अगर वे जांच में सहयोग नहीं करेंगे, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा. सीबीआई ने कहा कि जितने लोगों के नाम से खाते खोले गये हैं, सभी अपराधी बन जायेंगे. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल इन अकाउंट्स में ट्रांजैक्शन पर रोक लगा दी गयी है. इस मामले में नये खुलासे से एक बार फिर बीरभूम जिले में खलबली मच गयी है. सीबीआई का कहना है की जांच-पड़ताल में और कई तथ्य सामने आयेंगे.
रिपोर्ट – मुकेश तिवारी, बीरभूम, पश्चिम बंगाल