आसनसोल.
गुरुवार को आसनसोल हॉटन रोड से लगे सैक्रेड हार्ट चर्च के बाहर नगर निगम के स्टोर रूम को लेकर भारी हंगामा होने लगा. निगम कीओर से स्टोर रूम को तंद्रा राय नामक महिला को लीज पर दिया गया था. महिला के भाई नित्यानंद राय जब गुरुवार को सुबह स्टोर रूम में कुछ निर्माण कार्य कराने पहुंचे. तो आइएनटीटीयूसी नेता राजू अहलूवालिया ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. राजू ने स्टोर पर ताला जड़ दिया. विवाद बढ़ने लगा. नित्यानंद को राजू स्टोर रूम का ताला खोलने नहीं दे रहे थे. बाद में नित्यानंद राय के परिजन और आसनसोल के ग्रामीण वहां पहुंच गये. दोनों पक्षों के बीच बहस होने लगी. मौके की नजाकत को भांप कर राजू अहलूवालियां वहां से निकल गये. ग्रामीणों ने स्टोर रूम पर लगा ताला तोड़ दिया और निर्माण कार्य शुरू कराया. घटना की सूचना आसनसोल दक्षिण थाना व आसनसोल नगर निगम को दी गयी. फिर आसनसोल नगर निगम के लीगल एडवाइजर व पुलिस वहां पहुंचे, तब स्थिति नियंत्रण में आयी. उधर, आसनसोल के मेयर विधान उपाध्याय ने बताया कि उक्त महिला ने इसकी शिकायत निगम से की है. निगम की अेार से वैधानिक ढंग से लीज प्रक्रिया के तहत उक्त स्टोर रूम को महिला को आवंटित किया गया है. अधिसूचना जारी किये बिना लीज पर स्टोर रूम को दिये जाने पर उठाये जा रहे सवाल बेतुके हैं. निगम मामले में कानूनी प्रक्रिया के अनुरूप कार्रवाई करेगा. इस बाबत पूछने पर आइएनटीटीयूसी नेता राजू अहलूवालिया ने कहा कि कौन क्या कहता है, वो जरूरी नहीं है. कानून अपना कार्य करे, यह आवश्यक है. उन्होंने दावा किया कि यह पीडब्ल्यूडी की जमीन है. यहां पहले बर्नेट नर्सरी हुआ करती थी.बाद में नर्सरी के बंद होने पर तत्कालीन मेयर जितेंद्र तिवारी ने इसे स्टोर रूम बनाने का फैसला किया था. आसनसोल निगम की ओर से यहां स्टोर रूम बनाया गया था. वर्ष 2016 में उस दुकान को किसी महिला को लीज पर दे दिया गया. राजू अहलूवालिया का सवाल है कि जिस दुकान को निगम ने स्टोर रूम बनाया, उसे अचानक किसी व्यक्ति को लीज पर कैसे दे दिया गया. उनके मुताबिक जिसे यह दुकान दी गयी है. वो तत्कालीन मेयर की करीबी रही है. इसलिए नियमों की ताक पर रख कर स्टोर रूम को लीज पर दिया गया है. टेंडर के बिना ही दुकान को लीज पर दे दिया गया. यह भ्रष्टाचार नहीं तो और क्या है? इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
आइएनटीटीयूसी नेता ने जोर दिया कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गरीबों का हक नहीं मारतीं. एक बिल्डर को दुकान लीज पर दी जा सकती है. फुटपॉथ पर दुकान लगानेवाले छोटे व्यापारी को पुर्नवास के बिना कैसे विस्थापित किया गया. इस तरह की दोहरी नीति आसनसोल नगर निगम में नहीं चल सकती. इसको लेकर वह मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे. गरीबों के हक को लेकर आंदोलन जारी रहेगा. उधर, नित्यानंद राय ने कहा कि उनकी बहन के नाम पर दुकान की लीज होने के बावजूद राजू अहलूवालिया ने वहां अपना ताला जड़ दिया था. यही नहीं, दुकान में काम कराने से रोका गया. जबकि दुकान का मालिकाना हक उनकी बहन के पास है. उन्होंने दावा किया कि उनकी बहन को निगम प्रशासन ने पूरी वैध प्रक्रिया के तहत लीज पर स्टोर रूम आवंटित किया है.. इससे संबधित सारे दस्तावेज हमारे पास हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है