बनजेमारी ओसीपी में आउटसोर्सिंग कंपनी के प्रभारी पर जानलेवा हमला

बनजेमारी ओसीपी में रात के समय कोयला चोरी करने घुसे बदमाशों का विरोध करते ही वे लोग उनपर हमला कर दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 15, 2025 12:16 AM

आसनसोल/रूपनारायणपुर. कोयला चोरों के आतंक के आगे प्रबंधन लाचार है. खदान में घुसकर कोयला चोरी करना है आम बात. विरोड करने पर हमला कर देते हैं. बनजेमारी ओसीपी में भी इस प्रकार की एक घटना में आउटसोर्सिंग कंपनी के प्रभारी शिवम कुमार सिंह बुड़ी तरह घायल हुए. बनजेमारी ओसीपी में रात के समय कोयला चोरी करने घुसे बदमाशों का विरोध करते ही वे लोग उनपर हमला कर दिया. जिसमें वे बुरी तरह घायल हो गये. उन्हें तुरंत नजदीकी सालानपुर ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिठाकियारी में लाकर इलाज कराया गया. इस घटना को लेकर इसीएल सालानपुर एरिया के सुरक्षा निरीक्षक सुब्रत साहा की शिकायत पर स्थानीय जेमारी गांव का निवासी चिमंता दास व शेख समीरुल को नामजद के साथ अन्य 8-10 लोगों को आरोपी बनाकर सालानपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई. जिसमें बीएनएस की धारा 329(3)/126(2)/117(2)/118(2)/324(3)/351(3)/61 के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई. गौरतलब है कोयला, बालू के अवैध कारोबार को लेकर मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद पुलिस की कार्रवाई तेज हुई है और नियमित छापेमारी चल रही है. इसके बावजूद भी कोयला चोर बेखौफ हैं और उनकी राह में बाधा बनने पर वे किसी पर हमला करने में कोई परहेज नहीं बरत रहे हैं. उनके आतंक में कोई बदलाव नहीं आया है. इसीएल सालानपुर एरिया के सुरक्षा निरीक्षक श्री साहा ने सालानपुर थाना में दर्ज अपनी शिकायत में कहा कि रात करीब सवा नौ बजे उक्त दो नामजद आरोपी अपने साथ आठ-दस लोगों को लेकर बनजेमारी ओसीपी में अंदर कोयला चोरी करने के इरादे से जबरन प्रवेश किया. जिसका विरोध आउटसोर्सिंग कंपनी के प्रभारी शिवम कुमार सिंह द्वारा करने पर बदमाशों ने उनकी बेरहमी से पिटाई की. घायल श्री सिंह का इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. जिसके बाद ओसीपी में संयुक्त छापेमारी की गयी. जिसमें 120 किलो कोयला लदा एक मोटरसाइकिल और 80 किलो कोयला लदा दो साइकिल जब्त किया गया. इसके साथ अवैध रूप से जमा किया गया 3.270 टन कोयला भी जब्त किया गया. सारा कोयला बनजेमारी ओसीपी में और मोटरसाइकिल तथा साइकिल को थाना में जमा किया गया. निजी संस्था के एक अधिकारी ने बताया कि खदान में घुसकर कोयला चोरी पर अंकुश लगाना नामुमकिन है. सैकड़ों की संख्या में कोयला चोर खदान में दाखिल होते हैं और प्रतिदिन सैकड़ो टन कोयला उठाकर ले जाते हैं. विरोड करने पर जानलेवा हमला होता है. हमले की यह कोई पहली घटना नहीं है. इस प्रकार के हमले अनेकों बार हुआ है.

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