आदिवासी युवकों के खिलाफ फर्जी मुकदमे वापस लेने की मांग पर प्रदर्शन
पुलिस ने गुरुवार की अहले सुबह लावदोहा फरीदपुर थाने के नवघनपुर आदिवासी मोहल्ले से एक नाबालिग समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था.
नाबालिग समेत पांच को पुलिस ने किया था गिरफ्तार आदिवासियों का आरोप पुलिस ने झूठा मामला दायर किया पांडवेश्वर. लावदोहा-फरीदपुर थाने के सामने आदिवासी समुदाय के लोगों ने नाबालिग समेत पांच युवकों को झूठे मुकदमे से मुक्त कराने की मांग पर थाने के सामने प्रदर्शन किया. आदिवासियों की आंदोलन को देखते हुए काॅम्बैट फोर्स को उतारा गया. पुलिस ने गुरुवार की अहले सुबह लावदोहा फरीदपुर थाने के नवघनपुर आदिवासी मोहल्ले से एक नाबालिग समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. उन पर कोयला चोरी का मामला दर्ज किया गया था. जब उन्हें दुर्गापुर महकमा अदालत में लाया गया, तो न्यायाधीश ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया, नाबालिग समेत पांच लोगों की गिरफ्तारी से आदिवासी समुदाय में आक्रोश व्याप्त है. शुक्रवार की सुबह 10 बजे तक बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग तीर-धनुष के साथ थाने के सामने जमा हो गये. थाने को घेरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. विरोध प्रदर्शन में आदिवासियों के अलावा स्थानीय निवासी भी शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों में फुलमनी सोरेन, स्वतंत्र रुइदास ने कहा कि घर में शौचालय नहीं था, इसलिए वे प्राकृतिक कारणों से तालाब के पास शौच करने गये. पुलिस ने वहां से पांच लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार हुए लोगों में एक की उम्र 15 वर्ष है. बाकी सभी छात्र हैं. पुलिस ने उन्हें कोयला चोरी के झूठे मामले में फंसा दिया. पुलिस द्वारा दर्ज किये गये झूठे मुकदमे के कारण इन्हें भविष्य में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सभी झूठे मामलों को बगैर शर्त वापस लेने की वे मांग कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन को लेकर थाना परिसर में काफी तनाव का माहौल रहा. स्थिति से निपटने के लिए आसपास के पुलिस स्टेशनों के अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी लावदोहा फरीदपुर पुलिस स्टेशन पहुंचे, काॅम्बैट बल को बुलाया गया था हालांकि पुलिस ने झूठे मुकदमे के आरोप को मानने से इनकार कर दिया. करीब 12 बजे पुलिस के आला अधिकारियों की मध्यस्थता के बाद स्थिति नियंत्रित हुई.
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