मुख्य आरोपी हरेंद्र के ठिकाने से “10.76 लाख नकद जेवरात, ओएमआर शीट व अन्य दस्तावेज बरामद

रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर महाराष्ट्र के तीन युवकों से 60 लाख रुपये ठगी करनेवाले गिरोह का सरगना बिहार के बांका जिला का निवासी हरेंद्र कुमार सिंह उर्फ रवींद्र तिवारी उर्फ बबलू की गिरफ्तारी के बाद टीम के एक और सदस्य आसनसोल दुर्गा मंदिर इलाके का निवासी व ऑटो चालक अवधेश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उसके ऑटो से इस ठगी के मामले से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | December 2, 2024 9:38 PM
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आसनसोल.

रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर महाराष्ट्र के तीन युवकों से 60 लाख रुपये ठगी करनेवाले गिरोह का सरगना बिहार के बांका जिला का निवासी हरेंद्र कुमार सिंह उर्फ रवींद्र तिवारी उर्फ बबलू की गिरफ्तारी के बाद टीम के एक और सदस्य आसनसोल दुर्गा मंदिर इलाके का निवासी व ऑटो चालक अवधेश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उसके ऑटो से इस ठगी के मामले से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए हैं. अवधेश इन दस्तावेजों को हरेंद्र का आसनसोल के सृष्टिनगर स्थित फ्लैट से लेकर जा रहा था, इसी दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया. सृष्टिनगर के फ्लैट से पुलिस ने 10.74 लाख रुपये नकद, सोने के जेवरात, रेलवे में नौकरी के विभिन्न केटेगरी के परीक्षाओं का एडमिट कार्ड, मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट, जॉइनिंग लेटर, रेलवे का परिचय पत्र, ओएमआर शीट, प्रश्नपत्र, भारतीय रेलवे का कॉमर्शियल व अन्य दस्तावेज पुलिस ने जब्त किया. आसनसोल साउथ थाना में पत्रकार सम्मेलन कर इसकी जनाकारी देते हुए पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) ध्रुब दास ने बताया कि गिरफ्तार ऑटो चालक अवधेश यादव को सोमवार अदालत में पेश किया गया, जांच अधिकारी की अपील पर अदालत ने आरोपी का छह दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर किया है. हरेंद्र 12 दिनों की पुलिस रिमांड पर है. यह बड़ा गिरोह है, जो पूरे देशभर में फैला हुआ है और भोलेभाले युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगता है. इनकी संपत्तियों का भी पता लगाया जा रहा है.

कैसे पहुंचा मामला पुलिस के पास

महाराष्ट्र के तीन युवकों का इस गिरोह ने 60 लाख रुपये की ठगी की. इसे लेकर पुलिस आयुक्त सुनील कुमार चौधरी को एक पत्र भेजकर इस मामले में जांच कर कार्रवाई के लिए अपील की गयी. इस पत्र को पुलिस आयुक्त ने संज्ञान में लिया और जांच करने के लिए पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) श्री दास को दिया. उन्होंने पीड़ित को महाराष्ट्र से यहां बुलाकर तथ्यों के साथ पूरी जानकारी ली और शनिवार को शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज हुई. मामले में पुलिस को नसीब का साथ मिला और पूरे देशभर में भ्रमण करनेवाला गिरोह का मुख्य सरगना हरेंद्र को पुलिस ने आसनसोल में ही गिरफ्तार कर लिया और रविवार को अदालत में चालान कर 12 दिनों की पुलिस रिमांड पर लिया. हरेंद्र सृष्टिनगर में दो फ्लैट लेकर रखा था. जहां उसकी एक महिला साथी रहती थी. हरेंद्र कभी कभार यहां आता था. महिला साथी फिलहाल फरार है. जिसकी तलाश पुलिस कर रही है. दोनों फ्लैटों को पुलिस ने सील कर दिया है.

50 से अधिक युवकों से करोड़ों रुपये ठगने की बात आ रही है सामने

प्राथमिक जांच में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि महाराष्ट्र के तीन युवकों के साथ ही इनलोगों ने 15 युवकों को लूटा है. तीन युवकों से ही 60 लाख रुपये लिया है. बाकी की राशि जोड़ने पर करोड़ो में चली जायेगी. इनलोगों ने अभी शिकायत नहीं किया है. पुलिस सारे पीड़ितों की सूची निकालने में जुट गयी है. सूत्रों के अनुसार पिछले पांच साल से यह गिरोह इसप्रकार ठगी का कार्य कर रहा है. 50 से अधिक युवकों को इनलोगों ने ठगा है. ये लोग काफी संपत्ति बनायी है. जिसकी भी तलाश की जा रही है. ठगी के पैसे से बनायी गयी संपत्ति पुलिस जब्त करके पीड़ितों को राहत देने का प्रयास की प्रक्रिया चल रही है.

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