आसनसोल.
जिलाधिकारी एस. पोन्नमबालम ने कहा कि पीएचइडी के पाइपलाइन में अवैध कनेक्शनों की भरमार होने के कारण हर घर जल परियोजना का कार्य प्रभावित हो रहा है. अवैध कनेक्शनों के कारण लाभार्थियों को मिलनेवाला पर्याप्त पानी, उनको नहीं मिल रहा है. इसकी लगातार मिल रही शिकायतों के बाद मामले की जांच कर समीक्षा की गयी और सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया. कुछ जगहों पर तो पीएचइडी पाइपलाइन से अवैध कनेक्शन लेकर मछली पालन का व्यवसाय चल रहा है, तो कुछ जगहों पर कार वाशिंग का धंधा, जिसपर प्राथमिकी दर्ज करने को कहा गया है. इस पेयजल का उपयोग किसी भी औद्योगिक और वाणिज्यिक कार्य में उपयोग करने नहीं दिया जायेगा. जिलाधिकारी के निर्देश के बाद पीएचइडी के अधिकारी रेस हो गये हैं और जिला के लगभग सभी इलाकों में पानी के अवैध कनेक्शनों को काटने का कार्य शुरू हुआ है. भारी संख्या में उद्योग, होटल, दुकान, पेट्रोल पंप, नर्सरी आदि जगहों में पानी का अवैध कनेक्शन पाया गया है, जिसे काटने का कार्य चल रहा है. गौरतलब है कि पश्चिम बर्दवान जिला के अधिकांश इलाकों में पिछले एक-डेढ़ दशक से पेयजल एक बड़ी समस्या बनकर सामने आयी है और अब यह विकराल रूप धारण कर चुकी है. ठंड के दिनों में पेयजल की समस्या नहीं रहती थी. इस बार ठंड के दिनों में भी विभिन्न इलाकों में लोग पेयजल को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और प्रशासन को टैंकरों के जरिये लोगों तक पानी पहुंचाना पड़ रहा है. इस समय यह समस्या इतनी विकराल है, तो आगामी गर्मी में स्थिति क्या होगी? इस बात को लेकर चिंतित प्रशासन ने पानी के दूसरे स्रोतों को बढ़ाने के साथ-साथ पेयजल के दुरुपयोग को रोकने को लेकर कड़ी कार्रवाई शुरू की है, जिसके तहत अवैध पानी के कनेक्शनों को काटने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू हुआ है.फिल्टर पानी से तालाब भरकर मछली पालन की जानकारी से उड़ गये प्रशासन के होश
पीएचइडी के पाइपलाइन से अवैध कनेक्शन लेकर फिल्टर पानी के नियमित कृत्रिम तालाबों की भरकर मछली पालन का धंधा चल रहा है. इस मछली पालन में लाखों लीटर पानी की जरूरत पड़ती है. यह पानी पीएचइडी के पाइपलाइन में अवैध कनेक्शन करके पंप लगाकर निकाला जा रहा है, जिससे हर घर जल परियोजना के तहत लोगों के घरों में लगे नल तक पानी नहीं पहुंच रहा है. पहुंच भी रहा है, तो काफी धीमी गति से कम पहुंच रहा है. इसी प्रकार कुछ इलाके में सड़क किनारे कार वाशिंग के कारोबार में भी पीएचइडी का पानी उपयोग हो रहा है. कुछ जगह अवैध कनेक्शन के जरिये गाड़ियों में लोड करके पानी बेचने का धंधा चल रहा है. बड़े-बड़े नर्सरी में भी पीएचइडी के पानी का उपयोग हो रहा है. जिलाधिकारी ने कहा कि पेयजल के इस दुरुपयोग को रोकने को लेकर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश पीएचइडी के अधिकारियों को दिया गया है. आरोपियों के खिलाफ थानों में प्राथमिकी दर्ज होगी. इस अवैध कनेक्शन के कट जाने से पानी की किल्लत काफी हद तक कम होने की उम्मीद है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है