पश्चिम बंगाल के पश्चिम और पूर्व बर्दवान के मध्य यानी पानागढ़ से पालसिट राजमार्ग के विस्तार होने से दोनों ही जिलों के मध्य मौजूद औद्योगिक विकास होगा. पानागढ़ बाई पास के होने और करीब पांच हजार एकड़ भूमि पर औद्योगिक कॉरिडोर के बनने से उक्त क्षेत्र से होकर गुजर रहे सड़क के विस्तार से क्षेत्रीय उद्योग के लिए और नए आयाम खुलेंगे. कोलकाता तक की यात्रा के समय में लगभग एक घंटे की कमी आएगी और ज्यादा उद्योग स्थापित होंगे. इसके कारण पूर्व बर्दवान जिले में भी उद्योग के स्थापना का मार्ग प्रशस्त होगा.
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सांसद सुरेंद्र सिंह अहलूवालिया का कहना है की केंद्र सरकार बंगाल में सड़क के विस्तार को लेकर युद्ध स्तर पर काम कर रही है. छह लेन के रूप में सड़क मार्ग का विस्तार किया है. इसके कारण केवल उद्योग ही नही पानागढ़ में मौजूद पानागढ़ सैन्य छावनी और पानागढ़ एयर बेस को भी बेहतर सुविधा मिलेगी. भविष्य में चीन को लेकर यदि किसी तरह का युद्ध की आशंका बनती है तो यह सड़क मार्ग उपयुक्त रहेंगे. बताया जाता है की पालसिट – डानकुनी राजमार्ग से हुगली और बर्दवान की कृषि मंडियों तक पहुंच भी आसान हो जाएगी.
कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और आंडाल हवाई अड्डे के बीच आना जाना भी आसान हो जाएगा. इसके साथ ही झारखंड के सीमा पर मौजूद बंगाल का पुरुलिया जिले में बाईपास के विस्तार से दुर्गापुर, आसनसोल, रांची, जमशेदपुर, बोकारो, धनबाद, जैसे औद्योगिक केंद्रों को आने जाने वाले वाहनों का समय बचेगा . खड़गपुर – चिचिड़ा मार्ग और कलाइकुंडा एयरबेस से आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों का संपर्क सुगम होगा .
बताया जाता है की पानागढ़ से पालसिट सेक्शन तक 6 लेन की सड़क निर्माण कार्य हेतु एनएच-19 (पुराना एनएच-2), लंबाई 68 किमी, लागत ₹2020 करोड़ आवंटित की गई है. वही पालसिट से डानकुनि सेक्शन तक 6 लेन की सड़क निर्माण कार्य 64 किमी के लिए ₹2193 करोड़ पुरुलिया बाईपास 4- लेन की परियोजना एनएच-18 (पुराना एनएच-32 ) लंबाई 10 किमी, लागत ₹468 तथा खड़गपुर से चिचिड़ा खंड तक 4 लेन की सड़क निर्माण कार्य एनएच 49 (पुराना एनएच-6), 56 किमी, लागत ₹670 करोड़ आवंटित की गई है.
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रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़