जमीन के बदले इसीएल में नौकरी व मुआवजे की मांग पर अनशन पर बैठा परिवार
आश्वासन के बाद किया अनशन समाप्त
पुरुलिया. वर्षों पहले कोलियरी के लिए जमीन मुहैया कराने के बावजूद भी नौकरी और मुआवजा नहीं मिलने पर कमलकांत दास (85) अपने परिजनों के साथ मंगलवार को इसीएल सोदपुर एरिया के दुबेश्वरी कोलियरी में अनशन पर बैठ गये, जिससे उत्पादन प्रभावित हो गया. श्री दास के पुत्र व जमीन मालिक रामजीवन दास ने बताया कि वर्षों पहले उन लोगों से इसीएल प्रबंधन ने 2.8 एकड़ जमीन ली थी. दो एकड़ से अधिक जमीन लेने पर एक व्यक्ति को नौकरी देने का प्रावधान है, लेकिन अबतक नौकरी और मुआवजे की कोई राशि नहीं मिली. इसे लेकर कई बार कोलियरी में आंदोलन किया, खत लिखे पर कोई समाधान नहीं हुआ. गत पांच अगस्त को कोलियरी के अधिकारियों के साथ पुनः बैठक हुई. उन लोगों ने आश्वासन दिया था कि 15 दिनों के अंदर समस्या का समाधान हो जायेगा पर आज तक समस्या का कोई समाधान नहीं होने के कारण उन्होंने बाध्य होकर आमरण अनशन पर बैठने का निर्णय लिया. जिसमें उनके पिता, पत्नी और पुत्र शामिल हैं. अगर उनके वृद्ध पिता को इस दौरान कुछ होता है तो इसके लिए पूरी तरह से कोलियरी प्रबंधन जिम्मेदार होगा. कोलियरी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनशन से उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया. राघनाथपुर के अनुमंडल अधिकारी तमिल ओभिया एस के आश्वासन के बाद दास परिवार ने अनशन समाप्त कर दिया.
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