प्रयाग से लाया जा रहा बीरभूम की गायत्री देवी का शव

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 144 वर्ष बाद लगे महाकुंभ में मची भगदड़ में मरे 30 लोगों में बीरभूम की रहनेवाली गायत्री देवी भी हैं, जिनका पार्थिव शरीर वहां से बीरभूम स्थित उनके घर लाया जा रहा है. गत 27 जनवरी को बीरभूम की रामपुरहाट नगरपालिका के वार्ड 11 से वृद्ध महिला गायत्री देवी 30 भक्तों की टोली में महाकुंभ नहाने गयी थीं.

By Prabhat Khabar News Desk | February 3, 2025 9:41 PM

बीरभूम.

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 144 वर्ष बाद लगे महाकुंभ में मची भगदड़ में मरे 30 लोगों में बीरभूम की रहनेवाली गायत्री देवी भी हैं, जिनका पार्थिव शरीर वहां से बीरभूम स्थित उनके घर लाया जा रहा है. गत 27 जनवरी को बीरभूम की रामपुरहाट नगरपालिका के वार्ड 11 से वृद्ध महिला गायत्री देवी 30 भक्तों की टोली में महाकुंभ नहाने गयी थीं. लेकिन मौनी अमावस्या को मची भगदड़ में उनकी भी मौत हो चुकी है. उक्त घटना के बाद काफी समय तक गायत्री देवी लापता थीं. गत गुरुवार को परिवार के लोगों ने रामपुरहाट थाने में उनकी मिसिंग रिपोर्ट भी लिखायी थी. वहीं, बीरभूम जिला प्रशासन से भी पीड़ित परिवार ने उन्हें खोजने में मदद की गुहार लगायी थी. जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद पता चला कि गायत्री देवी भी उन अभागे भक्तों में थीं, जो भगदड़ की भेंट चढ़ गये. सोमवार को प्रयागराज से गायत्री देवी का शव बीरभूम के लिए रवाना कर दिया गया. घटना को लेकर परिवार और इलाके के लोगों में शोक छा गया है. शोकाकुल परिजनों ने बताया कि उन्हें विशेष स्रोतों से गायत्री देवी के पार्थिव शरीर की तस्वीर मीडिया के जरिये मिली. मौनी अमावस्या की देर रात भगदड़ में अन्य तीर्थयात्रियों के साथ गायत्री देवी का भी देहांत हो गया था. परिजनों की गायत्री देवी से अंतिम बातचीत तब हुई थी, जब वह महाकुंभ मेला परिसर में पहुंची ही थीं. फिर उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था. उनका फोन भी बंद आ रहा था. लेकिन कई दिनों के बाद भी जब उनसे संपर्क नहीं हुआ, तब परिजन बेचैन हो उठे. पीड़ित परिवार ने रामपुरहाट के विधायक आशीष बंद्योपाध्याय, बीरभूम के जिलाधिकारी(डीएम) विधान राय और रामपुरहाट एसडीओ सौरभ पांडेय से मदद की गुहार लगायी थी. विधायक ने हरसंभव मदद का भरोसा दिया. परिजनों के अनुसार गायत्री देवी की टोली के कुछ अन्य साथियों से किसी तरह संपर्क करने पर उनके देहांत की सूचना मिली.

उनके नाती यीशु दास ने कहा, “मैं ट्रेन से महाकुंभ पहुंचा हूं. किसी तरह विशेष स्रोतों के जरिये जाकर नानी के शव की पहचान की. इस बाबत रामपुरहाट के एसडीओ सौरभ पांडेय ने कहा, “परिवार के सदस्यों ने एक शव के गायत्री देवी का होने की पुष्टि कर दी है. उनके शव को प्रयागराज से बीरभूम के लिए कुछ परिजनों के साथ रवाना कर दिया गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version