45 दिनों बाद भी अगवा जुड़वां बच्चियों का सुराग नहीं, आंदोलन के लिए 19 संगठन हैं तैयार
पांडवेश्वर थाना क्षेत्र के कुमारडी बाउरी पाड़ा निवासी दो नाबालिग जुड़वा बहनों के अपहरण के 45 दिनों बाद भी कोई सुराग नहीं मिलने पर लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है. एक दो बार लोगों ने आंदोलन भी किया. अब वृहत आंदोलन की तैयारी हो रही है. 19 सामाजिक संगठनों ने इस मुद्दे पर एकजुट होकर आंदोलन करने का निर्णय लिया है.
आसनसोल/पांडवेश्वर.
पांडवेश्वर थाना क्षेत्र के कुमारडी बाउरी पाड़ा निवासी दो नाबालिग जुड़वा बहनों के अपहरण के 45 दिनों बाद भी कोई सुराग नहीं मिलने पर लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है. एक दो बार लोगों ने आंदोलन भी किया. अब वृहत आंदोलन की तैयारी हो रही है. 19 सामाजिक संगठनों ने इस मुद्दे पर एकजुट होकर आंदोलन करने का निर्णय लिया है. इन संगठनों के प्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवार से जाकर मुलाकात भी किया और उन्हें आश्वसन दिया कि इस दुःख की घड़ी में वे लोग उनके साथ हैं. लोगों का आरोप है कि पुलिस इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं देख रही है, जिसके कारण तलाश की गति काफी धीमी है.गौरतलब है कि एक दिसंबर शाम को अपने घर से पास के कुमारडी उदयन स्टेडियम में खेलने गयी 10 वर्षीय दो जुड़वा बहने गायब हो गयी. समय पर घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने चारों ओर तलाश शुरू की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला. उसी दिन रात को पांडवेश्वर थाना में बच्चियों के चाचा ने अपहरण की शिकायत दर्ज करायी. जिसके आधार पर कांड संख्या 167/24 में बीएनएस की धारा 137(2)/140(3) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई, लेकिन बच्चियों का अबतक कुछ पता नहीं चला है.
पीड़ित परिवार हर दरवाजे पर जाकर दस्तक दे रहा है. ऐसे में 19 सामाजिक संगठनों पश्चिम बंग बाउरी समाज, भुइयां समाज उत्थान समिति, पश्चिम बंग बाउरी शिक्षा समिति, राष्ट्रीय मूल निवासी बहुजन कर्मचारी संघ, ऑल इंडिया एससी/एसटी/बीसी एम्प्लॉयीज कोऑर्डिनेशन काउन्सिल (इसीएल), आदिवासी कुरुक एकता परिषद, वृद्धा-विधवा-फिजिकली हैंडीकैप एसोसिएशन, ह्यूमन राइट्स सोशल जस्टिस कमीशन, भारतीय डोम समाज विकास परिषद, बागदी समाज, रुईदास समाज, गोवाला समाज, भीम आर्मी, राढ़ बंग आदिम बाउरी जनगोष्ठी, पश्चिम बंग बाउरी समाज उन्नयन समिति, पश्चिम बंग हरि जाति कल्याण समिति, महादलित परिषद, इंटरनेशन ह्यूमन राइट्स एसोसिएशन, अखिल भारतीय यादव महासभा ने एकजुट होकर इस मुद्दे पर आंदोलन करने की तैयारी में जुट गया है. जिसे लेकर संगठन के प्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवार से जाकर मुलाकात की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है