बीरभूम. बीरभूम के शांतिनिकेतन में तालतोर, सीमांत क्षेत्र में सरकारी जमीन, नहर आदि भूमि माफियाओं द्वारा जबरन कब्जा करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार के मंत्री भी अब कड़े होते दिख रहे है. इस मुद्दे पर राज्य के मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा का कहना है कि उन्हें भी लगातार शिकायतें मिल रही हैं. इस दिशा में सरकारी भूमि दखल करने वालों को पहले नोटिस भेजा जायेगा. नोटिस के बाद यदि फिर भी भूमि खाली नहीं करते हैं तो उनके अवैध कब्जे और निर्माण पर बुलडोजर चलेगा. मंत्री चंद्रनाथ सिंह के इस विस्फोटक बयान के बाद अवैध रूप से सरकारी जमीन दखल करने वालों में हड़कंप मच गया है. हाल ही में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सरकारी जमीन के अतिक्रमण पर नाराजगी जतायी थी. उन्होंने निर्देश दिया कि जितनी भी सरकारी जमीनों पर कब्जा किया गया है, उसे वापस लिया जाये. शांतिनिकेतन इस राज्य के पर्यटन केंद्रों में से एक है. आरोप है कि शांति निकेतन के तालतोर, सोनाझुरी जैसे कई इलाकों में भूमि माफियाओं और बदमाशों ने सरकारी जमीन, नहरों और सड़क के किनारे पर जबरन कब्जा कर अपना अवैध निर्माण कर लिया है. बोलपुर के तृणमूल विधायक व मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा ने सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर विस्फोटक टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि शांतिनिकेतन के तालतोर, सोनाझुरी क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में भूमि माफिया ने जो कब्जा किया है. ऐसी शिकायतें पहले ही सरकारी कार्यालय में जमा हुई हैं. कई लोगों ने बोलपुर नगरपालिका में जमीन हड़पने की शिकायत की है. हम इसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे. सरकारी जमीन, कैनल पर कब्जा कर बहुमंजिला इमारत बनाने वालों को पहले नोटिस भेजा जायेगा. कब्जा स्वयं नही हटाने वालों के खिलाफ फिर बुलडोजर चलाकर तोड़फोड़ कर सरकारी भूमि कब्जा मुक्त किया जायेगा.
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