बाकी तीन श्रमिकों का चल रहा उपचार
दुर्गापुर. मंगलवार को जमीन से मिथेन गैस निकालने वाली एस्सार ऑयल कंपनी के दुर्गापुर स्थित 242 नंबर पिट में हादसा हो गया. वहां चल रहे काम के दौरान पांच ठेका श्रमिक नीचे रसायन (केमिकल) मिले जहरीले पानी के हौज में गिर गये, जिनमें से दो श्रमिकों की मौत हो गयी. बाकी तीन श्रमिक बीमार होकर निजी अस्पताल में उपचाराधीन हैं. मृतकों के नाम आकाश बाद्यकर (25) व अनूप सरकार(26) बताये गये हैं. आकाश कॉकसा ग्राम और अनूप का निवासी था. इन दोनों की मौत की पुष्टि निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने कर दी है. हौज में गिरने से तीन श्रमिक बीमार पड़ गये हैं, जिनका दुर्गापुर के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. घटना के बाद पिट में काम कर रहे श्रमिकों का गैस कंपनी के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा. उन लोगों ने कंपनी के अधिकारियों पर श्रमिकों की सुरक्षा में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. श्रमिकों के हंगामे की सूचना पाकर पुलिस वहां पहुंची और उन्हें समझा कर शांत कराने में जुट गयी.उल्लेखनीय है कि एस्सार ऑयल प्राइवेट लिमिटेड की दुर्गापुर के पारुलिया ग्राम स्थित 242 नंबर पिट में गैस निकालने का ठेका निजी कंपनी को मिला हुआ है. उस कंपनी के अधीन कई ठेका श्रमिक कार्यरत हैं. पिट में भूमि के नीचे से मिथेन गैस निकालते समय साथ में विषाक्त रसायन वाला पानी भी निकलता है. उसे पॉलिथीन बिछा कर संग्रहित किया जाता है. जल भर जाने पर उसे विशेष टैंकर में भरकर शुद्धीकरण के लिए भेजा जाता है. स्थानीय सूत्रों की मानें, तो मंगलवार सुबह अन्य दिनों की तरह दुर्गापुर के पारुलिया ग्राम स्थित एस्सार ऑयल प्राइवेट लिमिटेड के पिट नंबर 242 में काम चल रहा था. तभी अंदर पांच ठेका श्रमिक अचानक विषाक्त रसायन मिले पानी से भरे हौज में गिर गये. अन्य सहकर्मियों ने जब देखा, तो शोर मचाते हुए स्थानीय लोगों से मदद की गुहार लगायी. आनन-फानन में हौज से पांचों ठेका श्रमिकों को बाहर निकाल कर शोभापुर के पास करीबी निजी अस्पताल ले जाया गया. वहां से हालत बिगड़ने पर श्रमिकों को दुर्गापुर के मिशन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दो श्रमिकों को मृत करार दिया. अन्य तीन श्रमिकों का वहां इलाज चल रहा है. सूचना पाकर पुलिस वहां पहुंची और दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया. घटना के बाद गुस्साये श्रमिकों ने इकट्ठा होकर गैस कंपनी प्रबंधन के खिलाफ सुरक्षा में चूक का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. एक ठेका श्रमिक संतू रॉय ने बताया कि गैस निकालने वाली कंपनी की चूक से दो मजदूरों की जान चली गयी. पिट में श्रमिकों को सुरक्षा नहीं दी जाती है. आये दिन ऐसे हादसे होते हैं और श्रमिकों की जान चली जाती है. श्रमिकों की मांग है कि घटना की जांच कर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी. साथ ही घटना की जिम्मेदारी कंपनी को लेनी होगी.
पीड़ित परिवार को कंपनी से मदद का भरोसा
इस बाबत कंपनी की अधिकारी मोनालिसा बनर्जी ने बताया कि घटना दुखद है. आशंका है कि गैस निकालने के दौरान संग्रहित जल में डूबने से दोनों श्रमिकों की मौत हुई है. हालांकि ऑटोप्सी रिपोर्ट से ही मौत का सही कारण पता चल पायेगा. मृत श्रमिकों के पीड़ित परिवार को मुआवजे के साथ हरसंभव सहयोग कंपनी से मिलेगा.
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