बीरभूम.
लगातार बारिश व बांधों से छोड़े गये पानी से जिले के लाभपुर ब्लॉक क्षेत्र में एक बार फिर नदी के बांध टूट गये, जिससे कई गांवों में बाढ़ की स्थिति बन रही है. नदी का पानी तेजी से गांव में प्रवाहित हो रहा है. सैलाब को लेकर फिर ग्रामीण भयभीत हैं. बाढ़ की स्थिति का लाभपुर के बीडीओ व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने जाकर जायजा लिया. लाभपुर ब्लॉक क्षेत्र के थिबा इलाके के बलरामपुर गांव में सैलाब के हालात बन गये हैं. एक ओर कम दबाव से हो रही बरसात और झारखंड के मैथन व पंचेत बांधों से छोड़े गये पानी से नदी उफान पर है. उसके कई तटबंध टूट गये हैं, जिससे पानी तेजी से बह कर बलरामपुर गांव में पहुंच गया और वहां बाढ़ की स्थिति बन गयी है. बीते 17 सितंबर को बलरामपुर के पास कुआं नदी का बांध टूट गया था. नतीजा यह हुआ कि बलरामपुर, कंडारकुला, खामपुर, ब्राह्मण पाड़ा समेत कई गांव बाढ़ से प्रभावित हो गये थे. कुछ दिन बाद प्रशासन ने बांध बनाना शुरू कराया, लेकिन यह काम अभी अधूरा है. इस बीच, ताजा बारिश व बांधों से पानी छोड़े जाने से नदी के तटबंधों की दरकी दरारों से पानी तेजी से बह कर इलाके में प्रवेश कर रहा है. गांव के निचले हिस्से में पानी जमा हो गया है. गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में पानी घुस जाने से खाना बनाने का काम बंद हो गया है. हालात लगातार बिगड़ते देख कर प्रशासन की ओर से स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है, लाभपुर ब्लॉक के बीडीओ शिशुतोष स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं. इलाके के लोग सहमे हुए हैं. टूटे हुए तटबंध के कारण जब वर्षा बढ़ेगी, तो उनके क्षेत्र में बहुत तेजी से बाढ़ का पानी गांव में प्रवेश कर जायेगा. इसके कारण एक बार फिर स्थिति भयावह हो जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है