कांकसा के पिकनिक स्थलों पर ‘एरावत’
के साथ वन विभाग की विशेष निगरानी

पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा ब्लॉक के विभिन्न पिकनिक स्थलों पर वन विभाग के ‘एरावत’ के जरिये विशेष निगरानी की जा रही है. ‘एरावत’ दरअसल एक वाहन का नाम है जिसमें सवार होकर अधिकारी यह देखते हैं कि प्रदूषण संबंधी नियम तोड़ा जा रहा है या नहीं. पिकनिक स्थलों पर इसकी विशेष निगरानी की जाती है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 2, 2025 9:49 PM

पानागढ़.

पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा ब्लॉक के विभिन्न पिकनिक स्थलों पर वन विभाग के ‘एरावत’ के जरिये विशेष निगरानी की जा रही है. ‘एरावत’ दरअसल एक वाहन का नाम है जिसमें सवार होकर अधिकारी यह देखते हैं कि प्रदूषण संबंधी नियम तोड़ा जा रहा है या नहीं. पिकनिक स्थलों पर इसकी विशेष निगरानी की जाती है. इसके अलावा यह भी देखा जाता है कि कौन तेज लाउड स्पीकर बजा रहा है, कौन पिकनिक में थर्मोकोल के प्लेट और ग्लास का इस्तेमाल कर रहा है. इन विषयों को लेकर यह ‘एरावत’ विशेष निगरानी चला रहा है. वन विभाग के इस विशेष वाहन का मुख्य रूप से इस्तेमाल जंगली हाथियों को खदेड़ने के लिए किया गया है. इन दिनों इस वाहन का उपयोग वन विभाग के कर्मचारी पिकनिक स्थलों पर निगरानी करके कर रहे हैं. देउल स्थित जंगल के जंगली जानवरों को सुरक्षित रखने के लिए वन विभाग के कर्मचारी इस एरावत वाहन के साथ विशेष निगरानी कर रहे हैं. नये साल की शुरुआत हो चुकी है. नये वर्ष में राज्य के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक कांकसा देउल के आरक्षित वन क्षेत्र में उमड़ पड़े हैं. पर्यटकों की उमड़ती है भीड़ इस जंगल में लगभग 100 हिरण, सैकड़ों मोर, भारतीय भेड़िया, नीलगाय और कई दुर्लभ प्रजाति के जानवर मौजूद हैं. देउल अजय नदी के किनारे एक बहुत बड़ा पिकनिक स्पॉट है. बड़ी तादाद में लोग वहां पहुंचते हैं. आमतौर पर पिकनिक स्पॉट पर लाउड स्पीकर देखे जा सकते हैं. इसके कारण जंगली जानवर घबरा जाते हैं. उन्हें कोई नुकसान न हो, इसके लिए वन विभाग के कर्मी ‘एरावत’ वाहन से पिकनिक स्पॉटों की निगरानी कर रहे हैं. वन विभाग के लोग, लोगों को जागरूक करने के लिए माइकिंग के माध्यम से उन्हें थर्मोकोल थाली का उपयोग नहीं करने, तेज साउंड में लाउड स्पीकर का उपयोग नहीं करने, आरक्षित वन क्षेत्रों में अतिक्रमण नहीं करने, जंगली जानवरों को परेशान नहीं करने का संदेश दे रहे हैं. रेंजर सुदीप बनर्जी, बीट ऑफिसर अनुप कुमार मंडल सहित अन्य वनकर्मी इस ’एरावत’ वाहन के साथ निगरानी करते नजर आये. दुर्गापुर वन क्षेत्र के वन अधिकारी सुदीप बनर्जी का कहना है कि संरक्षित वन क्षेत्रों में हमेशा सतर्कता बरती जाती है. हालांकि, पिकनिक सीजन को देखते हुए विशेष सतर्कता शुरू कर दी गयी है. पूरे पिकनिक स्पॉट पर ’एरावत’ के मार्फत वन विभाग, लोगों को जागरूक कर रहा है. लेकिन अगर कोई नियमों का पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी. पर्यटक मुनमुन मंडल ने कहा कि वन विभाग के साथ-साथ पुलिस और आबकारी विभाग को भी चाहिए कि इस तरह की कड़ाई वे लोग भी पिकनिक स्थलों पर करें ताकि कुछ पर्यटक जो शराब का सेवन करते हैं उन्हें रोका जा सके.

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