बोलपुर.
विश्वभारती के शिल्प सदन के स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा अनामिका सिंह (22) कीअस्वाभाविक मौत के मामले की जांच के लिए शनिवार को चार सदस्यीय फोरेंसिक टीम आम्रपाली हॉस्टल पहुंच गयी. साथ में विश्वभारती विश्वविद्यालय और पुलिस के अधिकारी मौजूद थे. बताया गया है कि गुरुवार को मूलत: उत्तर प्रदेश के बनारस की रहनेवाली छात्रा अनामिका सिंह की अस्वाभाविक मौत अस्पताल ले जाने पर हो गयी थी. पुलिस ने बताया कि जहर निगलने से उसकी हालत बिगड़ी और फिर अस्पताल ले जाने पर भी उसे बचाया नहीं जा सका. इस बीच, उसकी मौत के मामले का रहस्य गहराता जा रहा है. शनिवार को दुर्गापुर से चार सदस्यीय फोरेंसिक टीम आम्रपाली हॉस्टल पहुंच गयी और अनामिका के कमरे से नमूने जुटाये. इस बीच, पुलिस को अनामिका के फोन से कई अहम जानकारियां भी मिली हैं. एक व्हॉट्सऐप चैट भी सामने आया है, जिसमें उससे रुपये मांगे जा रहे हैं और अनामिका अपनी लाचारी जता रही है.यह भी कहा जा रहा है कि किसी कंपनी का एजेंट अनामिका पर लोन की किश्तें चुकाने का दबाव बना रहा था. पुलिस इन सारे पहलुओं से मामले की जांच में जुट गयी है. बीरभूम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(बोलपुर) राणा मुखोपाध्याय ने कहा, “अनामिका के माता-पिता की शिकायत पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस थाने में दर्ज कर लिया गया है. तकनीकी विशेषज्ञ छात्रा के सेलफोन के डेटा का विश्लेषण कर रहे हैं. इससे ज्यादा कुछ कहना अभी मुनासिब नहीं है.” मालूम रहे कि कोलकाता के आरजी कर अस्पताल की घटना के बाद बंगाल के विभिन्न हिस्सों में पुलिस की भूमिका को लेकर पहले से जनाक्रोश है. इसलिए पुलिस इस मामले में कोई चांस नहीं लेना चाहती.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है