आवास योजना की लाभार्थी से साइबर ठगी, खाते से उड़ाये 14 हजार

आवास योजना की लाभार्थी महिला से साइबर ठगी करके उनके खाते से 14 हजार रुपये उड़ा लिये गये. शातिरों ने प्रोजेक्ट वेरिफिकेशन के नाम पर महिला से संवेदनशील जानकारी मांगी, जिसे देते ही उसके खाते से उक्त योजना के मद में आये 14 हजार रुपये उड़ा लिये गये. इसका पता चलने पर महिला ने थाने में जाकर शिकायत की. उसके आधार पर केस दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 13, 2025 9:49 PM

पांडवेश्वर.

आवास योजना की लाभार्थी महिला से साइबर ठगी करके उनके खाते से 14 हजार रुपये उड़ा लिये गये. शातिरों ने प्रोजेक्ट वेरिफिकेशन के नाम पर महिला से संवेदनशील जानकारी मांगी, जिसे देते ही उसके खाते से उक्त योजना के मद में आये 14 हजार रुपये उड़ा लिये गये. इसका पता चलने पर महिला ने थाने में जाकर शिकायत की. उसके आधार पर केस दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गयी है.प्रधानमंत्री आवास योजना की बकाया राशि को लेकर केंद्र व राज्य सरकार में तनातनी के बीच यहां की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने अलग से बांग्लार बाड़ी योजना शुरू की है. इसके लाभार्थियों को देय राशि की पहली किस्त भेजी गयी है. इसमें राज्य सरकार का सावधानी बरतने पर जोर है. जिलाधिकारी, उप-जिलाधिकारी, बीडीओ व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को योजना की निगरानी की जिम्मेदारी दी गयी है. इसके बावजूद साइबर क्राइम के शातिरों ने उक्त योजना की लाभार्थी महिला से प्रोजेक्ट वेरिफिकेशन के नाम पर गोपनीय विवरण जुटा लिये.

फिर उसके खाते से 14 हजार रुपये उड़ा लिये. पीड़ित महिला का नाम रबिता भंडारी बताया गया है, जो पांडवेश्वर ब्लॉक के नवग्राम पंचायत क्षेत्र के जोवलभांगा की निवासी है. उसके खाते में आवास योजना की देय राशि की पहली किस्त भेजी गयी थी. 10 जनवरी को महिला के सेलफोन पर कॉल आयी. दूसरी ओर से कॉल करनेवाले ने पूछा कि बांग्लार बाड़ी योजना की राशि आपको भेजी गयी है. जल्द ही अधिकारी आपके घर जाकर इसका सत्यापन करेंगे. आपको राशि मिल गयी है, इसकी पुष्टि के लिए आपके पास भेजा गया ओटीपी बता दीजिए, इसके बाद रबिता ने ओटीपी बता दिया. इसके कुछ ही देर बाद उसके बैंक खाते से 14 हजार रुपये निकलने का मैसेज आया. तब रबिता को ठगाने का पता चला. फिर पीड़िता ने पांडवेश्वर थाने में जाकर इस बार लिखित शिकायत की. उसके आधार पर केस दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गयी है.

दूसरी बार शातिरों का निशाना बनी पीड़िता

बाद में रबिता भंडारी ने बताया कि इससे पहले भी उसे साइबर ठगी के शातिरों ने निशाना बनाया है. पिछले वर्ष सितंबर में भी उनके साथ ऐसी ही धोखाधड़ी हुई थी, तब पुलिस से तुरंत शिकायत करने पर रुपये वापस मिल गये थे. इस संबंध में थाने के अधिकारी ने बताया कि फोन कर ओटीपी मांगे जाने के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस की ओर से क्षेत्र में नियमित रूप से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. फिर भी ध्यान नहीं देने से कुछ लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं. दूसरी ओर, पांडवेश्वर पंचायत समिति और तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष किरीटी मुखोपाध्याय ने कहा कि ग्राम पंचायत की ओर से भी लोगों को सजग किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि आवास योजना के बारे में सरकारी अधिकारियों के अलावा किसी को भी जानकारी ना दें, इस संबंध में सघन जागरूकता अभियान चलाया जायेगा.

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