कार की खरीदारी में धोखाधड़ी, सात अरेस्ट
बांकुड़ा जिला पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, कार खरीदने पर सौंपा था नकली डिमांड ड्राफ्ट
बांकुड़ा. कार बेचने का विज्ञापन देकर धोखाधड़ी करने के मामले में बांकुड़ा जिला पुलिस को बड़ी सफलता मिली. इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार हुए लोगों में उत्तर 24 परगना के निवासी शेख सलीम को गत 12 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था. जांच करते हुए छह और लोगों को गिरफ्तार किया गया. जिनमें उत्तर 24 परगना के समीर मंडल व गौरी शंकर बख्शी, दक्षिण 24 परगना के निताई माइती, अर्जुन मंडल व सुशांत मंडल और कोलकाता का चंदन दे शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले छतना थाना अंतर्गत झांटीपहाड़ी इलाके के युवक विश्वजीत रक्षित ने अपनी चार पहिया गाड़ी को ओएलएक्स पर बेचने के लिए विज्ञापन दिया था. उस विज्ञापन को देखने के बाद कोलकाता के एक शख्स ने उनसे संपर्क किया और कार खरीदने में दिलचस्पी दिखायी. फोन पर बातचीत के बाद उस व्यक्ति ने अपने एक प्रतिनिधि को एक निश्चित राशि के डिमांड ड्राफ्ट के साथ निर्दिष्ट दिन पर कार लेने के लिए बांकुड़ा भेजा था. शनिवार होने के कारण विक्रेता झांटीपहाड़ी यूको बैंक में डिमांड ड्राफ्ट जमा नहीं कर सका. जबकि वह व्यक्ति कार लेकर कोलकाता चला गया. मंगलवार को जब विक्रेता बैंक गया तो पता चला कि उसे दिया गया डिमांड ड्राफ्ट असली नहीं है. खरीदार से संपर्क करने पर पहली बार तो उसने फोन रिसीव किया, लेकिन बाद में उससे संपर्क नहीं हो सका. कार के मालिक को अहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है. जिसके बाद उसने छतना थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. आखिरकार छतना थाने की झांटीपहाड़ी चौकी की पुलिस ने जांच कर कार को कोलकाता से बरामद कर लिया. इस मामले में पुलिस ने शेख सलीम नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपी शख्स को कोलकाता के दत्तपुकुर इलाके से कार समेत गिरफ्तार किया था. बाद में छतना थाने की पुलिस ने इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जांच पड़ताल शुरू कर दी. प्रेस बैठक के दौरान पुलिस ने बताया कि विश्वजीत रक्षित ने पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दर्ज करायी. अपनी कार को ओएलएक्स के जरिये बेचने के लिए उसने विज्ञापन दिया था. एक खरीदार ने उनसे फोन पर संपर्क किया था. कार का बिक्री मूल्य 9.20 लाख रुपये था. चारजनवरी को एक कार चालक झांटीपहाड़ी में आया और विश्वजीत रक्षित को कार की कीमत का बैंक डिमांड ड्राफ्ट सौंप दिया. छह जनवरी को विश्वजीत ने ड्राफ्ट को यूको बैंक की झांटीपहाड़ी शाखा में जमा किया. अगले दिन यानी सात जनवर को उसे बैंक से पता चला कि ड्राफ्ट नकली था. उसने तुरंत खरीदार से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसका फोन लंबे समय तक बंद था. बाद में उसे अहसास हुआ कि उसे धोखा दिया गया है. फिर आठ जनवरी को उसने छतना थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी. जिसके बाद 12 जनवरी को शेख सलीम नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. उससे गहन पूछताछ के दौरान विभिन्न जगहों से और छह लोगों को गिरफ्तार किया गया.
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