यूट्यूब देखकर फंसी साइबर ठगों के झांसे में, छह लाख रुपये की हुई ठगी

इसके बावजूद लोग कम समय में अधिक मुनाफा कमाने की लालच में साइबर अपराधियों के चंगुल में फंसकर अपना सारा पैसा गंवा दे रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 26, 2024 1:23 AM
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साइबर क्राइम थाने में दर्ज हुई शिकायत, पुलिस ने की जांच शुरू आसनसोल. सृष्टिनगर आसनसोल की निवासी गार्गी त्रिवेदी चटर्जी यूट्यूब वीडियो लिंक के जरिये साइबर अपराधियों के चंगुल में फंसी और कम समय में अधिक मुनाफा कमाने की लालच में छह लाख रुपये गंवा दिये. उनकी शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम थाना आसनसोल में कांड संख्या 88/24 में बीएनएस की धारा 319(2)/318(4)/316(2)/61(2) के तहत मामला दर्ज हुआ है. पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय व साइबर क्राइम) डॉ अरविंद आनंद ने बताया कि पुलिस और विभिन्न वित्तीय संस्थानों की ओर से लोगों को साइबर ठगी को लेकर लगातार जागरूक किया जा रहा है. इसके बावजूद लोग कम समय में अधिक मुनाफा कमाने की लालच में साइबर अपराधियों के चंगुल में फंसकर अपना सारा पैसा गंवा दे रहे हैं. इस साल निवेश के नाम पर ठगी के सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं. दो मामलों में तो सवा करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी हुई है. किसी भी अनजान लिंक के भरोसे अपने खून-पसीने की गाढ़ी कमाई को इस तरह निवेश न करें. साइबर अपराधियों ने हर कदम पर आपको लूटने के लिए जाल बिछाया है. थोड़ी सी सावधानी और जागरूकता से इससे बचा जा सकता है. कुछ भी समस्या होने पर अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज कराएं. श्रीमती चटर्जी ने अपनी शिकायत में कहा कि यूट्यूब पर एक वीडियो लिंक के जरिये डेटामीर एआई के संपर्क में आयी. जिसमें सकरात्मक समीक्षाएं थीं. यहां लिंक के माध्यम से कुछ प्लेटफॉर्म एक्सेस किया. जहां उनकी निवेश की गयी राशि पर अच्छा मुनाफा देने का प्रचार देखा. वह इसके झांसे में आ गयीं और उन लोगों के निर्देशानुसार पंजीकरण किया. उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रूप से जोड़ा गया. 15 जुलाई को उन्होंने दो चरणों में छह लाख रुपये का निवेश किया. कुछ दिनों बाद डेटामीर एआई एप्लिकेशन पर यह दर्शाया गया कि उनकी निवेश की गयी राशि तेजी से बढ़ रही है. 24 जुलाई से सारे संचार बंद हो गये. जिसके बाद उन्हें समझ आया कि वह साइबर ठगी की शिकार हो गयी हैं.

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