स्कूल के दर्जनों बच्चों के बैग से निकाल जब्त किये गये चाकू चिंतित शिक्षकों ने की बीडीओ से शिकायत, मामले की होगी जांच
मुकेश तिवारी, बीरभूम
जिले में चिप्स के पैकेट में गिफ्ट के रूप में चाकू दिये जा रहे हैं, जिससे बच्चों खासकर स्कूली विद्यार्थियों का बचपन छिन सकता है. चिप्स के साथ चाकू पाकर मासूस बच्चे भटक कर हिंसक हो सकते हैं. ऐसी चिंता जिले के नलहाटी ब्लॉक-02 अंचल के नोआपाड़ा-01 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों ने जताते हुए बीडीओ से शिकायत की है. उक्त चिप्स को लेकर बच्चों में बढ़ते क्रेज को देख कर स्कूल के शिक्षकों ने गंभीर चिंता जतायी है. बुलेटरानी फूलनदेवी नाम के चिप्स के पैकेट खरीद कर छोटे विद्यार्थी स्कूल आ रहे हैं और सबसे दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण पहलू यह है कि उसके साथ तोहफे के तौर पर छोटा चाकू मिल रहा है, जो आपस में छोटी-मोटी बातों पर झगड़नेवाले बच्चों को हिंसा की ओर प्रवृत्त कर सकता है. जिले के बच्चों को कोई लोकल निर्माता चिप्स के पैकेट के साथ छोटे चाकू का तोहफा दे रहा है. चिप्स से ज्यादा बच्चों में चाकू पाने की ललक देखी जा रही है. ””””बुलेटरानी फूलनदेवी’ नाम से उक्त चिप्स के पैकेट को स्कूल में देखने के बाद शिक्षकों ने चिंता जतायी है. इसे लेकर शिक्षकों व आम लोगों में बहस छिड़ गयी है. नलहाटी ब्लॉक-02 अंचल के नोआपाड़ा-01 प्राथमिक विद्यालय में बच्चों के पास से मिले दर्जनों चाकू को देख कर शिक्षक अचंभित रह गये. तत्काल सभी बच्चों के बैग से उक्त चाकू को जब्त कर लिया गया. पूछताछ में बच्चों ने बताया कि बुलेटरानी फूलनदेवी नामक चिप्स के पैकेट के साथ चाकू मिल रहा है. इसका पता चलते ही उक्त स्कूल के प्रधान शिक्षक मोइनुल हुसैन ने बीडीओ रजत रंजन दास से लिखित शिकायत की है. प्रधान शिक्षक ने कहा कि नलहाटी पूर्वचक्र में सामने की दुकान से चिप्स खरीद कर छात्र चाकू के साथ स्कूल में प्रवेश कर रहे हैं. इस बीच, छात्रों को बताया गया कि यह चाकू कितना खतरनाक है. शिक्षक ने बीडीओ को उक्त चिप्स के पैकेट के साथ मिला चाकू का गिफ्ट दिखाया. चाकू पैना है, जिससे प्लास्टिक का जार तक कट जा रहा है. ऐसे में स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
नये साल की शुरुआत में स्कूल के शिक्षकों ने पहले कुछ बच्चों के पास से चाकू जब्त किये, तो समझा कि बच्चे भूलवश घर से उसे लाये होंगे. लेकिन जब एक के बाद एक दर्जनों बच्चों के बैग से चिप्स के पैकेट व उसके अंदर चाकू मिले, तो स्कूल के शिक्षक दंग रह गये. ये चाकू आ कहां से रहे हैं, यह जानने को इसका स्रोत तलाशा गया, तो पता चला कि स्कूल के बाहर ठेले पर चिप्स के पैकेट बेचे जा रहे हैं, जिनमें बुलेटरानी फूलनदेवी नामक चिप्स के पैकेट में छोटे चाकू मिल रहे हैं.चाकू को प्लास्टिक के रैपर से ढका गया है, ताकि सहज ही इस पर किसी की नजर ना पड़े. स्कूल शिक्षक मोहम्मद रफीकुर जमां ने कहा, ””””””””हमने बुलेटरानी पैकेट खरीदा. देखा कि इसमें निर्माता का नाम नहीं है. उनका पता नहीं. यहां तक कि पैकेट पर तारीख भी नहीं है. माता-पिता जानते हैं कि बच्चों के हाथों में चाकू कितने खतरनाक हो सकते हैं. पर जिस तरह से ””””बुलेटरानी”””” दिन-ब-दिन चाकू दे रही है, उससे हम चिंतित हैं.””””””””
इस बाबत जिला स्वास्थ्य अधिकारी नागर चंद्र कनाई ने कहा, “हम ऐसे चिप्स को रोकने के लिए सभी संबद्ध विभागों से संपर्क करेंगे. ये चिप्स बच्चों के पेट के लिए भी हानिकारक होता है. हाथ में चाकू रखना भी घातक है. इसे रोकना ही होगा. प्राथमिक शिक्षा संघ के जिला अध्यक्ष प्रलय नाइक ने कहा, “””””यह एक भयानक प्रवृत्ति है. जीवन अनिश्चित है. इस संबंध में इलाके के सर्कल इंस्पेक्टर से पूछा जायेगा. माना जाता है कि स्कूल के आसपास ऐसे खतरनाक व हानिकारक चीज नहीं बेची जा सकती. जिला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी शोभन दे ने कहा, “पैकेज्ड खाद्य पदार्थों की बिक्री की गुणवत्ता बनाये रखने को विशिष्ट नियम है. इन्हें देखने के लिए स्वास्थ्य विभाग की अलग टीम है. यदि हमें शिकायत मिलेगी, तो हम वहां छापेमारी करेंगे. चिप्स के साथ ऐसे खतरनाक उपहार मासूम बच्चों को कैसे दिये जा सकते हैं. यह बेहद शोचनीय है और इसे लेकर सख्त कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है