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अनुशासन ही जीवन में आगे बढ़ाने का काम करता है : अभिषेक गुप्ता

पश्चिम बर्दवान जिले के पानागढ़ बाजार स्थित एक होटल सभागार में गुरुवार को शिक्षक दिवस पर इस वर्ष भी शिक्षकों और जीवन में सफल हुए छात्रों के सम्मान में पारसमणि कैरियर कोचिंग संस्था की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 6, 2024 12:01 PM

पानागढ़.

पश्चिम बर्दवान जिले के पानागढ़ बाजार स्थित एक होटल सभागार में गुरुवार को शिक्षक दिवस पर इस वर्ष भी शिक्षकों और जीवन में सफल हुए छात्रों के सम्मान में पारसमणि कैरियर कोचिंग संस्था की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया. मौके पर मुख्य रूप से दुर्गापुर डीसीपी ( ईस्ट ) अभिषेक गुप्ता, कांकसा एसीपी सुमन कुमार जायसवाल, अंडाल एएसी (आरपीएफ) आशीष कुमार पांडे , कांकसा थाने के आइसी पार्थो घोष , बड़जोड़ा थाने के आइसी अर्णव गुहा, पानागढ़ आरपीएफ पोस्ट निरीक्षक संजय कुमार, कांकसा ज्वाइंट बीडीओ शुभेंदु गांगुली, कांकसा बीआइओ संजीव भट्टाचार्य, पानागढ़ स्टेशन मैनेजर सुनील कुमार सिंह आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे. मौके पर मुख्य अतिथि अभिषेक गुप्ता ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक और छात्र का संबंध किताब से ज्यादा पढ़ाने वाले शिक्षक के आइडियोलॉजी से होता है. शिक्षक को अपने दायित्व का सही तरीके से पालन करना चाहिए. प्रकृति भी हमारे शिक्षक हो सकती है. जहां से भी कुछ सीखने को मिले उससे सीखना चाहिए. चारों दिशाओं से ज्ञान मिले उससे सीखें. सोचने की क्षमता का विकास करना ही शिक्षा है. आपको एक चीज ही जीवन में आगे ले जायेगी वह है अनुशासन. राइट टू एजुकेशन को लेकर भी चर्चा हो रही है.

यह वास्तविक रूप में जरूरी है. अर्णव गुहा ने कहा कि एक शिक्षक का भी एक शिक्षक गुरु होता है. यहां आकर यह दृश्य देख कर काफी अच्छा लगा कि एक शिक्षक का एक शिक्षक सम्मान कर रहा है. समाज में प्रत्येक लोग किसी न किसी क्षेत्र में गुरु होते हैं. उनसे ज्ञान अर्जन करना उचित है. तभी समाज का विकास होगा. संजीव भट्टाचार्य ने कहा कि समाज को विकसित करने और समाज को सही दिशा दिखाने में शिक्षकों का बड़ा योगदान होता है. सुनील कुमार सिंह ने कहा कि जब हम लोग स्कूल में थे तो शिक्षक दिवस बहुत धूमधाम से मनाते थे. शिक्षक के ज्ञान को कभी हम उसे वापस नहीं कर सकते. मौके पर दुर्गापुर नेपाली पाड़ा हिंदी हाइस्कूल के पूर्व शिक्षक मुमताज अहमद ने कहा कि शिक्षक को ईमानदारी से बच्चों को पढ़ाना ही शिक्षक दिवस का सही पालन होगा. सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म से बच्चे पढ़ रहे हैं, नौकरी भी पा रहे हैं. लेकिन आज कल के बच्चों में नैतिकता की कमी है. वह चाहते हैं कि इस दिशा में उपयुक्त कदम उठाने की जरूरत है. इसी विद्यालय के पूर्व शिक्षक धनुषधारी राय ने कहा कि शिक्षकों को उपयुक्त रूप से बच्चों को शिक्षा के साथ नैतिक ज्ञान भी देना उचित है.

सभी के लिए शिक्षा जरूरी है. मौके पर अभिषेक गुप्ता ने चार सेवानिवृत्त शिक्षकों भास्वती पाल, धनुषधारी राय, मुमताज अहमद, दुर्गा दास मुखर्जी समेत छात्र राज कुमार सिंह, छात्रा अनिष्का कुमारी, अभय साव को चार्टर्ड अकाउंटेंट परीक्षा पास करने, कंचन कुमारी सॉफ्टवेयर डेवलपर ,राहुल कुमार सिंह ट्रेन प्रबंधक को भी सम्मानित किया. कार्यक्रम का संचालन शिक्षक उमेश मिश्रा ने किया. स्वागत भाषण संस्था के अध्यक्ष आरपी सिंह ने दिया.

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