पूछताछ में अजीत ने कहा, लंबे समय से गोरखधंधे में है लिप्त, बनारस में किसी जिलिपि के जरिये लिया था यह ड्रग्स आरोपी के पास से एसटीएफ को मिला 19 अक्तूबर को मानकर से बनारस और 20 अक्तूबर को बनारस से बर्दवान का रेल टिकट भी
शिवशंकर ठाकुर, आसनसोलबीते दिनों 1.120 किलोग्राम ब्राउन शुगर के साथ पश्चिम बर्दवान के कांकसा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार आरोपी अजीत कुमार दास ने खुलासा किया कि वह बनारस से इस ड्रग्स को यहां सप्लाई करने लाया था और वह लंबे समय से मादक द्रव्य के गोरखधंधे से जुड़ा हुआ है. उसने बनारस में किसी जिलिपि के माध्यम से यह ड्रग्स संग्रह करने की बात कही है. गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से 19 अक्तूबर 2024 को मानकर से बनारस जाने और 20 अक्तूबर 2024 को बनारस से बर्दवान आने का रेल टिकट भी बरामद हुआ है.
यूपी के बनारस से देश के विभिन्न राज्यों में नशे का कारोबार चलाने के सरगना प्रमोद शर्मा (68) उर्फ पप्पू महाराज(नशा कारोबारियों में ””गुरुजी”” नाम से चर्चित) को एक हफ्ते पहले ही छत्तीसगढ़ की मुंगेली जिला पुलिस ने ड्रग्स के एक मामले में दबोचा है. पुलिस हैरान है कि इसके बाद भी बनारस से नशे का कारोबार जारी है. स्टेट एसटीएफ के अवर निरीक्षक विश्वरूप राय को अपने मुखबिर से सूचना मिली थी कि कांकसा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति भारी मात्रा में ब्राउन शुगर लेकर सप्लाई करने आनेवाला है. उसके आधार पर अवर निरीक्षक ने जाल बिछाया, जिसमें आरोपी अजीत कुमार दास मंगलवार रात 1.120 किलो ब्राउन शुगर के साथ फंस गया. जब्त ब्राउन शुगर की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी गयी है. शिकायत के आधार पर कांकसा थाने में केस नंबर 350/24 में 22 अक्तूबर 2024 एनडीपीएस एक्ट 1985 की धारा 21(सी)/29 के तहत अजीत को आरोपी बना कर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. फिलहाल पुलिस रिमांड में लेकर आरोपी अजीत से अनेकों सवाल किये जा रहे हैं.बनारस से देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही ब्राउन शुगर की सप्लाई
मादक द्रव्य तस्करी को रोकने की दिशा में राज्य एसटीएफ की उक्त कार्रवाई बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. आरोपी के पास से जब्त ब्राउन शुगर की अनुमानित कीमत बाजार में एक करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी गयी है. आसनसोल जिला अदालत से आरोपी को पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ की जा रही है. सूत्रों की मानें, तो आरोपी से पुलिस को कुछ चौंकानेवाली जानकारी मिली है. बनारस से पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में ड्रग्स की भारी खेप नियमित आती है. राज्य के विभिन्न इलाकों में सप्लायर बनारस से ड्रग्स लेकर आते हैं और अपने-अपने क्षेत्र में इसकी खपत करते हैं. उनके नीचे भी अनेकों लोग काम करते हैं. पश्चिम बंगाल ही नहीं, देश के अन्य राज्यों में भी बनारस से विविध किस्म के ड्रग्स की सप्लाई की जाती है.बनारस में ड्रग्स कारोबार के सरगना की धरपकड़ के बावजूद धंधा जारी
गत 13 अक्तूबर को छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिला के जरहागांव थाना क्षेत्र से भारी मात्रा में ब्राउन शुगर के साथ छह लोग पकड़े गये थे. इन लोगों ने पुलिस को बताया कि वे लोग बनारस से यह ब्राउन शुगर यहां सप्लाई करने लाये हैं. पूछताछ में इन लोगों ने सरगना प्रमोद शर्मा उर्फ पप्पू महाराज उर्फ गुरुजी का नाम भी उगल दिया. बताया गया है कि गुरुजी मूलत: यूपी के गाजीपुर जिला के जमनिया थाना क्षेत्र के लोधीपुर का निवासी है. यह सूचना मिलते ही मुंगेली जिला के पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने गुरुजी को पकड़ने के लिए एक टीम भेजी और गाजीपुर में ही घेराबंदी कर गुरुजी को पुलिस ने पकड़ लिया. इस गिरफ्तारी के चार दिनों बाद ही बनारस से ब्राउन शुगर की बड़ी खेप लेकर अजीत कुमार दास कांकसा थाना क्षेत्र में आ गया. हालांकि उसे पुलिस ने मादक द्रव्य के साथ दबोच लिया है. इससे साफ है कि गुरुजी की धरपकड़ के बाद भी मादक द्रव्य का गोरखधंधा मंदा नहीं पड़ा है. सूत्रों की मानें, तो एसटीएफ की अलग-अलग टीमें बनारस व छत्तीसगढ़ जाकर मामले की जांच को आगे बढ़ायेंगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है