अंडाल एयरपोर्ट में घुसा पानी, दोपहर 12 बजे से उड़ानें रद्द
शनिवार सुबह 8:30 बजे से सोमवार शाम 5:30 बजे तक, इन ढाई दिनों में हुई 299.98 एमएम बारिश ने इलाके में भारी तबाही मचा दी है. प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर जिले में 80 घर पूर्णरूप से और 210 घर आंशिक रूप से तबाह हुए हैं.
आसनसोल.
शनिवार सुबह 8:30 बजे से सोमवार शाम 5:30 बजे तक, इन ढाई दिनों में हुई 299.98 एमएम बारिश ने इलाके में भारी तबाही मचा दी है. प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर जिले में 80 घर पूर्णरूप से और 210 घर आंशिक रूप से तबाह हुए हैं. यह आंकड़ा आगामी दिनों में और भी बढ़ने की आशंका है. बाराबनी प्रखंड के ईंटापाड़ा ग्राम पंचायत अंतर्गत रानीगंजचोटी गांव में दीवार के नीचे दबकर अशोक बंद्योपाध्याय (52) नामक व्यक्ति की मौत हो गयी. मवेशियों के लिए बने कच्चे घर में गाय व बछड़ों को बांधने के दौरान दीवार उनके ऊपर ढह गया. अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अंडाल एयरपोर्ट में पानी घुसने के कारण दोपहर 12 बजे के बाद से सारी उड़ाने रद्द कर दी गयीं. जिलाधिकारी एस पोन्नमबलम ने बताया कि सोमवार दोपहर के बाद से बारिश कम होने से इलाके में स्थिति सामान्य होने लगी है. आसनसोल नगर निगम के रेलपार इलाके में स्थिति थोड़ी चिंताजनक बनी हुई है. गारुई नदी में पानी का बहाव कम होते ही वहां भी स्थिति सामान्य हो जायेगी. जिला ऑरेंज अलर्ट पर है. राहत कार्य पूरी तरह जारी हैं. अंडाल एयरपोर्ट में पानी घुस जाने से दोपहर बारह बजे के बाद से उड़ानें बंद कर दी गयी हैं. सुबह एक ही फ्लाइट आयी थी. आसनसोल में स्थित बाढ़ मौसम विज्ञान इकाई से प्राप्त सूचना के अनुसार शनिवार सुबह 8:30 बजे से रविवार सुबह 8:30 बजे तक 114 एमएम बारिश, रविवार सुबह 8:30 बजे से सोमवार सुबह 8:30 बजे तक 146.03 एमएम बारिश हुई. इसके बाद से बारिश धीरे-धीरे कम होने लगी. सुबह 8:30 बजे से 11:30 बजे तक 17.9 एमएम और सुबह 11:30 बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सिर्फ 4.15 एमएम बारिश हुई. शनिवार से सोमवार सुबह तक जो बारिश हुई उसमें भारी तबाही हुई है. जिसका आंकलन जिला प्रशासन कर रहा है.मैथन व पंचेत से छोड़े जा रहे पानी से भी इलाके में है खतरा
अतिरिक्त जिलाधिकारी (जनरल) सिराज दानेश्यार ने कहा कि सोमवार को मैथन से 10 हजार क्यूसेक और पंचेत से 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने की बात कही गयी थी. डीवीसी प्रबंधन से कहा गया कि पानी एकसाथ न छोड़े, इसे चरणबद्ध तरीके से छोड़ा जाये. एकसाथ पानी छोड़ने से निचले इलाके में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो जायेगा. हर घंटे कार्यों की समीक्षा हो रही है. जहां भी राहत की जरूरत पड़ रही है, तुरंत राहत भेजा जा रहा है.
तालाब की मरम्मत नहीं होने के कारण अंडाल एयरपोर्ट में घुस रहा पानी
अतिरिक्त जिलाधिकारी (जनरल) श्री दानेश्यार ने कहा कि अंडाल एयरपोर्ट के निकट सुको बांध एक तालाब है, जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है और अदालत ने यथास्थिति बहाल रखने का आदेश दिया है. जिसके कारण इस तालाब की मरम्मत करने में दिक्कत हो रही है और थोड़ी ज्यादा बारिश होने से ही इसका पानी अंडाल एयरपोर्ट में घुस जा रहा है. गत एक अगस्त को हुई बारिश में भी अंडाल एयरपोर्ट में पानी घुसने से यहां से उड़ान परिसेवा को बंद करना पड़ा था.
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