आसनसोल.
इसीएल का कोयला और अजय नदी का बालू के लिए मशहूर बाराबनी थाना क्षेत्र में दोनों का अवैध कारोबार पुलिस की कड़ाई के बावजूद जारी है. कोयला और बालू के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने को लेकर पुलिस नियमित छापेमारी कर रही है, लेकिन इस पर अंकुश नहीं लग रहा है. शुक्रवार मध्यरात्रि में पेट्रोलिंग ड्यूटी पर तैनात बाराबनी थाना के अवर निरीक्षक इंद्रजीत मंडल को सूचना मिली कि कुछ बदमाश अजय नदी के अमूल्या घाट से अवैध बालू खनन करके ट्रैक्टर से ले जा रहे हैं. यह ट्रैक्टर बाराबनी थाना क्षेत्र के मझियारा इलाके से गुजरेगा. जिसके आधार पर उन्होंने जाल बिछाया. कुछ देर बाद उन्होंने देखा कि एक ट्रैक्टर दोमुहानी से कल्ला की ओर जा रहा है. उन्होंने रोकने का प्रयास किया. लेकिन चालक ट्रैक्टर लेकर भागने लगा. पीछा करके ट्रैक्टर को पकड़ा गया, जिसमें करीब 100 सीएफटी बालू था, जिससे जुड़ी कोई वैध कागजात चालक के पास नहीं था. चालक विजय हांसदा (24) और खलासी बादल सोरेन (41) को गिरफ्तार किया और बालू सहित ट्रैक्टर को जब्त किया. उनकी शिकायत के आधार पर बाराबनी थाना में कांड संख्या 157/24 में बीएनएस की धारा 303(2)/317(2)/61(2) और एमएम (डीएंडआर) अधिनियम की धारा 21 के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई, जिसमें चालक और खलासी के साथ ट्रैक्टर के मालिक को भी आरोपी बनाया गया. पकड़े गये दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि उन लोगों ने ट्रैक्टर के मालिक और कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर अजय नदी के अमूल्या घाट से बालू खरीदा और उसे खुले बाजार में बेचने जा रहे थे.गौरतलब है बाराबनी थाना क्षेत्र इलाका कोयला और बालू के अवैध कारोबार को लेकर हमेशा ही विवादों में रहा है. विपक्षी पार्टी के नेता हमेशा ही बाराबनी को अपना निशाना बनाते हैं. नवान्न में 21 नवंबर को आयोजित प्रशासनिक बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोयला और बालू के अवैध कारोबार को लेकर काफी नाराजगी जतायी थी और राज्य के पुलिस महानिदेशक को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री के नाराजगी जताने के कुछ घंटों बाद ही बाराबनी थाना के प्रभारी मनोरंजन मंडल को सस्पेंड कर दिया गया. यह कार्रवाई पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया. विपक्ष के नेताओं ने भी इसपर जमकर कटाक्ष किया कि इलाके में बालू और कोयले का अवैध कारोबार चल रहा था, आखिरकार सरकार ने इस बात को स्वीकार किया, जिसके उपरांत कार्रवाई हुई. मनोरंजन का तबादला अंडाल थाना के प्रभारी के रूप में हुआ था. वे एक दिन बाद ही यहां का प्रभार ग्रहण करनेवाले थे, उससे पहले सस्पेंड हो गये.
उनके सस्पेंड होने के बाद पुलिस ने कोयला और बालू के अवैध कारोबार पर नकेल कसने का कार्य शुरू किया, लेकिन अवैध कारोबारी अपने कारनामों से बाज नहीं आ रहे हैं. पुलिस नियमित छापेमारी कर रही है फिर भी अवैध कारोबार जारी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है