आरजी कर की घटना के खिलाफ आइएमए ने उड़ाये आकाश में गुब्बारे

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और उसकी हत्या किये जाने की घटना के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की रानीगंज शाखा की तरफ से लगातार आंदोलन किया जा रहा है. मंगलवार को इसी क्रम में संगठन के रानीगंज कार्यालय से एक विरोध रैली निकाली गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 17, 2024 8:59 PM

रानीगंज.

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और उसकी हत्या किये जाने की घटना के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की रानीगंज शाखा की तरफ से लगातार आंदोलन किया जा रहा है. मंगलवार को इसी क्रम में संगठन के रानीगंज कार्यालय से एक विरोध रैली निकाली गयी. यह रैली मुख्य सड़क नेताजी सुभाष बोस रोड तक पहुंची और प्रतिवाद स्वरूप काले गुब्बारे तथा सफेद गुब्बारा आकाश में उड़ाये गये. ‘जस्टिस फॉर अभया’ की मांग को फिर से दोहराया गया. इस मौके पर यहां इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की केंद्रीय कमेटी के सदस्य डॉ समरेंद्र कुमार बासु, रानीगंज शाखा की अध्यक्ष डॉ चैताली बसु, सचिव पियाली दासगुप्ता, कोषाध्यक्ष सुमित अग्रवाल, समीरन दासगुप्ता, अनिर्बान घोष, बुलबुल सामंत, सुभोजित दे, रानीगंज सिटिजंस फोरम के कार्यकारी अध्यक्ष गौतम घटक के अलावा आइएमए के तमाम सदस्य उपस्थित थे. इस मौके पर डॉ चैताली बसु ने कहा कि अभी भी आरजी कर अस्पताल की घटना में इंसाफ नहीं मिला है. जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिलता, संगठन की रानीगंज शाखा लगातार आंदोलन करते रहेगी. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर संगठन की तरफ से दो कार्यक्रम किये जा रहे हैं. हर रविवार को ‘अभया क्लीनिक’ लगाया जा रहा है. सुबह नौ बजे से सुबह 11 बजे तक यह क्लीनिक चलेगी. यहां हर व्यक्ति की नि:शुल्क चिकित्सा होगी और हर गुरुवार को स्ट्रीट कॉर्नर मीटिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस गुरुवार को पीर बाबा की मजार के पास स्ट्रीट कॉर्नर मीटिंग होगी. वहां पर चादर चढ़ाया जायेगा.

उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है ताकि महिला डॉक्टर को इंसाफ मिले और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले. उन्होंने भारत की न्यायपालिका पर भरोसा जताया और कहा कि जब तक महिला डॉक्टर को इंसाफ नहीं मिलता उनका आंदोलन जारी रहेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मंगलवार को कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को बदला गया है. जो नये पुलिस कमिश्नर आये हैं वह भी एक आइपीएस अधिकारी हैं. उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह इस मामले को सही तरीके से देखेंगे और पीड़िता को न्याय मिलेगा.

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