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निजीकरण के खिलाफ आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल

18 सितंबर को सरकार ने फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड को जापानी निगम कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड को 320 करोड़ रुपये में बेचने की मंजूरी दे दी है.

बर्नपुर. फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड (एफएसएनएल) के निजीकरण के खिलाफ 28 सितंबर से एफएसएनएल सेव कमेटी बर्नपुर के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया गया है. हड़ताल के समर्थन में शुक्रवार को आइएसपी के चारों सक्रिय यूनियन इंटक, सीटू, एटक तथा एचएमएस ने संयुक्त रूप से गेट मीटिंग में हिस्सा लिया. मौके पर इंटक नेता हरजीत सिंह, एटक नेता उत्पल सिन्हा, एचएमएस नेता मुमताज अहमद, सीटू के सोरेन चटोपाध्याय आदि मौजूद थे. हरजीत सिंह ने कहा कि इस्पात मंत्रालय के तहत एफएसएनएल एमएसटीसी लिमिटेड की 100 फीसदी स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी है. 18 सितंबर को सरकार ने फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड को जापानी निगम कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड को 320 करोड़ रुपये में बेचने की मंजूरी दे दी है. सरकार ने इस कंपनी के निजीकरण के लिए लेनदेन सलाहकार और वैल्यूएशन करने वाले लोगों द्वारा किये गये वैल्यूएशन के आधार पर 262 करोड़ रुपये रिजर्व प्राइस रखी थी. जापानी कंपनी ने इससे ज्यादा बोली लगाते हुए 320 करोड़ रुपये की बोली पेश की. दूसरी बोली इंडिक जिओ रिसोर्सेस प्राइवेट लिमिटेड, चंदन स्टील लिमिटेड की सहायक कंपनी की थी. केंद्रीय इस्पात मंत्री मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने 17 सितंबर को भिलाई में कहा था कि इस्पात क्षेत्र का निजीकरण नहीं होगा. फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड कभी भी नुकसान में नहीं रही. इसके बावजूद हजारों करोड़ की संपति और लाभजनक कंपनी को कौड़ियों के भाव बेच दिया गया. प्राइवेट कंपनियों के सेल में दखल से स्क्रैप माफिया की सक्रियता बढ़ेगी. इसके विरोध में आइएसपी का एफएसएनएल यूनियन 28 सितंबर से अनिश्चितकाल के लिये हड़ताल पर जा रहा है. जिसे आइएसपी के चारों यूनियनों का समर्थन हासिल है. उन्होंने बीएमएस को भी हड़ताल का समर्थन करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि एफएसएनएल को बचाने के लिए सड़क से संसद और कोर्ट तक लड़ाई लड़ी जायेगी.

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