JP Nadda in Bardhaman: कोलकाता : पश्चिम बंगाल की सत्ता से ममता बनर्जी एवं तृणमूल कांग्रेस को बेदखल करके काबिज होने की कोशिश कर रही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा बंगाल पहुंच चुके हैं. उनके ‘एक मुट्ठी चावल’ अभियान की बहुत चर्चा हो रही है. एक मुट्ठी चावल और दो करोड़ वोट का क्या है गणित? नड्डा के इस खास अभियान और इसके महत्व के साथ-साथ उनके बंगाल दौरे से जुड़ी हर अपडेट (Latest Update in Hindi) के लिए बने रहें प्रभात खबर (prabhatkhabar.com) के साथ.
पूर्वी बर्दवान जिला में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा आज ‘एक मुठो चाल’ यानी एक मुट्ठी चावल अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं. इस अभियान के तहत वह किसानों के घर से एक मुट्ठी चावल संग्रह करेंगे. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता राज्य के गांव-गांव में किसानों के घर जायेंगे और एक-एक मुट्ठी चावल संग्रह करेंगे.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा बर्दवान में किसान सुरक्षा ग्राम सभा को संबोधित करेंगे. कटवा में मथुरा मंडल नामक किसान के घर जाकर वह भोजन करेंगे. मथुरा मंडल की बहू ने अपने हाथों से खाना पकाया है.
Also Read: बर्दवान में रोड शो करेंगे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, मंदिर में पूजा करके होगी बंगाल दौरे की शुरुआत
विधान सभा चुनाव से पहले बीजेपी (BJP) एक मुट्ठी चावल संग्रह अभियान के तहत प्रदेश के 73 लाख किसानों के घर तक पहुंचने की तैयारी में है. किसानों के घर से संग्रहीत चावल से भाजपा कार्यकर्ता, नेता और किसानों के लिए भोज का आयोजन किया जायेगा. सभी एक साथ मिलकर खायेंगे.
एक मुट्ठी चावल पश्चिम बंगाल की चुनावी राजनीति में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का नया प्रयोग है. राज्य के 70 लाख से ज्यादा किसानों तक पहुंचने का यह जरिया है. इस अभियान के तहत भाजपा कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल के 23 जिलों के 48 हजार गांवों में जायेंगे. हर किसान परिवार के घर से एक मुट्ठी चावल लेंगे. 9 जनवरी से 24 जनवरी तक भाजपा नेता अलग-अलग जिलों में किसान रैली भी करेंगे. इन रैलियों के जरिये किसानों को मोदी सरकार के किसान कार्यक्रमों के बारे में जागरूक किया जायेगा.
सवाल है कि पश्चिम बंगाल में जेपी नड्डा ने ‘एक मुट्ठी चावल’ अभियान की शुरुआत के लिए बर्दवान को ही क्यों चुना. दरअसल, बर्दवान को ‘धान का कटोरा’ कहा जाता है. वर्ष 2017 में यहां के चावल को जीआई (GI) टैग मिला था. भारतीय जनता पार्टी की कोशिश है कि यहां के किसानों को अपने पक्ष में करके बंगाल में अपनी जगह बनायी जाये.
बर्दवान में भाजपा के खाते में इस वक्त एक भी सीट नहीं है. हालांकि, आसनसोल लोकसभा सीट लगातार दो बार से भाजपा के खाते में आ रही है. अब पार्टी की कोशिश है कि विधानसभा चुनाव में भी बर्दवान में कमल खिले. बंगाल में 70 लाख से ज्यादा किसान हैं. इस लिहाज से यदि एक परिवार में 3 वोटर भी हैं, तो वोटरों की संख्या 2 करोड़ से ज्यादा हो जाती है.
বিজেপি নেতৃত্ব অন্ডাল বিমানবন্দরে শ্রী @JPNadda জীকে স্বাগত জানালেন।
#KrishokSurokhaAbhijan pic.twitter.com/1zFeS6uufx— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) January 9, 2021
इन्हीं 2 करोड़ से अधिक वोटरों को नड्डा भाजपा के पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं. यही वजह है कि हर मंच से भाजपा के नेता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हैं. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को बंगाल में लागू नहीं करने के लिए भाजपा के सभी नेता पश्चिम बंगाल की वर्तमान सरकार की आलोचना करते हैं.
Posted By : Mithilesh Jha