पांडवेश्वर.
इसीएल के काजोड़ा एरिया के जामबाद औसीपी के पास बसे जामबाद मोड़ में एक बार फिर जमीन धंसने से लोगों में डर का माहौल है. घटनास्थल पर मौजूद बहुला ग्राम पंचायत के सदस्य कृष्णा भुईंया ने कहा कि करीब एक महीने पहले भी जामबाद मोड़ में भू-धंसान की एक घटना हुई थी. तब प्रबंधन ने वहां मिट्टी भरवा दिया था. उसके बाद फिर से उसी जगह दो गोफ नुमा गड्ढे बन गये हैं. घटना के बाद अभी तक इसीएल का कोई भी अधिकारी यहां नही आया. उन्होंने कहा कि चार साल पहले भी इसी तरह की घटना में एक महिला जमीन में समा गयी थी. ऐसी घटनाएं होने के बावजूद यहां के लोगों का पुनर्वास नहीं हो रहा है. यहां के लोगों के साथ आगे जो कुछ भी होगा उसकी जिम्मेदारी इसीएल की होगी. जामबाद मोड़ के पुनर्वास का मामला लंबे समय से लंबित है. इस संबंध में महाप्रबंधक प्रशांत कुमार ने कहा कि जामबाद मोड़ के पुनर्वास का मामला सीआइएल बोर्ड में लंबित है. आशा है जल्द यह मामला सुलझ जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है