तालाबों की साफ सफाई न होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश

घाट तक आने का रास्ता भी गंदगी से भरा हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 8, 2024 12:22 AM

रानीगंज. आसनसोल नगर निगम की तरफ से दावे किये जाते हैं, कि जलाशयों की साफ सफाई की जाती है ताकि किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी ना हो, लेकिन नगर निगम के रानीगंज इलाके के 37 नंबर वार्ड के पूरणमल इलाके में स्थिति बिल्कुल अलग है. इस घाट पर तकरीबन 100 परिवार छठ मनाने आते हैं. लेकिन इलाके के लोगों का कहना है कि यहां पर साफ सफाई बिल्कुल नहीं की गयी है. घाट तक आने का रास्ता भी गंदगी से भरा हुआ है. नगर निगम के लोग आते हैं साफ सफाई के नाम पर थोड़ा बहुत काम करते हैं और गंदगी को घाट तक आने के रास्ते के बगल में छोड़कर चले जाते हैं. कई बार इलाके के पार्षद सह रानीगंज ब्लॉक टीएमसी अध्यक्ष रूपेश यादव को कहा गया है. वह हर बार आश्वासन तो देते हैं लेकिन तालाब की सफाई नहीं हुई. यहां के लोग अपने खर्चे पर घाट की साफ-सफाई करा रहे हैं. इस बारे में स्थानीय निवासी सह महावीर कोलियरी के तृणमूल कांग्रेस समर्थित श्रमिक यूनियन, कोयला खदान श्रमिक कांग्रेस के सचिव अनिल सिंह ने कहा कि इस छठ घाट पर कई इलाकों के लोग आकर छठ पूजा करते हैं. लेकिन यहां साफ सफाई नहीं की गयी है. जिस वजह से श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां से पार्षद का चुनाव जब लड़ा जा रहा था तब उन्होंने प्रत्याशी से अनुरोध किया था कि यहां के लोगों की कोई मांग नहीं है, सिर्फ यहां पर छठ घाट बना दिया जाये. तब आश्वासन दिया गया था. लेकिन आज भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां के लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि वह पंचायत इलाके में है या नगर निगम इलाके में क्योंकि काम कोई भी नहीं कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदी भाषियों के साथ सौतेला आचरण किया जा रहा है. वहीं रानीगंज के 37 नंबर वार्ड के ही अंतर्गत महावीर कोलियरी साहब कोठी धीवर तालाब के बारे में भी लोगों का कहना है कि यहां पर भी साफ सफाई नहीं की गई है. जिस वजह से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस क्षेत्र में रहने वाले गोविंद राउत ने बताया कि यह तालाब बेहद पुराना है और यहां पर डेढ़ सौ के आसपास परिवार आकर इस पवित्र त्योहार को मनाते हैं. इनका कहना है कि यहां पर गंदगी का आलम यह है कि कई परिवार ऐसे हैं जिन्होंने यहां पर आना ही छोड़ दिया है. लोगों का कहना है की 37 नंबर वार्ड पार्षद और रानीगंज ब्लॉक टीएमसी अध्यक्ष रूपेश यादव से बार-बार गुहार लगाई गयी है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि यह तालाब बहुत पुराना है. यहां पर कई दशकों से छठ पूजा का आयोजन होता आ रहा है, लेकिन यहां के लोगों के परेशानी दूर नहीं हो रही है. वहीं जब हमने इस बारे में नगर निगम के सफाई कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि इतने बड़े घाट की सफाई के लिए चार लोगों को रखा गया है, वह काफी मेहनत करके साफ सफाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह पिछले सात दिनों से यहां पर सफाई के कार्य में लगे हुए हैं. और चार लोगों से जितना बन पड़ रहा है, कर रहे हैं. हालांकि इस बारे में जब वार्ड पार्षद रूपेश यादव से बात की तो उन्होंने कहा कि हर घाट की साफ सफाई की गयी है और उन्होंने खुद व्यक्तिगत तौर पर निगरानी करते हुए घाटों के साफ-सफाई करायी है. उन्होंने हिंदी भाषीयों के साथ सौतेला आचरण के आरोप को भी दरकिनार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शासनकाल में पश्चिम बंगाल के सभी लोगों को एक नजर से देखा जाता है. बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा ने कहा कि आसनसोल नगर निगम की तरफ से नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में जितने भी छठ घाट हैं उनकी पूरी तरह से साफ सफाई की गयी है. छठ कमेटियों को चाहिए कि वह नगर निगम को पहले से जानकारी दें कि कहां-कहां छठ होता है, जिन कमेटी द्वारा ऐसा किया गया उन घाटों की सफाई की गयी है.

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