कथावाचक पर मंगलकोट की अपनी शिष्या के साथ किया दुष्कर्म का आरोप, गिरफ्तार

आरोपी को कटवा महकमा अदालत में पेश करने के बाद उसे सात दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | October 24, 2024 9:55 PM

यूट्यूब पर प्रवचन सुनकर आकर्षित हुई थी युवती युवती ने की थी खुद को आग लगाकर आत्महत्या की कोशिश बर्दवान/पानागढ़. उत्तर प्रदेश के वृंदावन के एक कथावाचक द्वारा अपनी ही शिष्या के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में पुलिस ने कथा वाचक को गिरफ्तार किया है. आरोपी को कटवा महकमा अदालत में पेश करने के बाद उसे सात दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया. पीड़ित शिष्या पूर्व बर्दवान जिले के मंगलकोट थाना इलाके की रहने वाली है. पुलिस मामले को लेकर जांच पड़ताल में जुट गयी है. यूट्यूब पर कथा वाचन सुनकर मंगलकोट की युवती वृंदावन के कथावाचक गुरुजी की शिष्या बन गयी थी. युवती गुरु ही के साथ वृंदावन में रहती थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गोविंदा वल्लभ शास्त्री नाम के कथावाचक को बुधवार को मंगलकोट थाने की पुलिस ने कटवा अदालत में पेश किया था. पुलिस आवेदन की अर्जी के बाद जज ने आरोपी को सात दिनों की पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है. गत 20 जुलाई को मंगलकोट थाना क्षेत्र की 27 वर्षीय एक युवती ने वृंदावन के गुरुजी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था. वृंदावन के रहने वाले गोविंदा वल्लभ शास्त्री सोशल मीडिया पर एक जाना-माना चेहरा हैं. उनके धार्मिक प्रवचनों के वीडियो नियमित रूप से यूट्यूब पर अपलोड किए जाते हैं. यूट्यूब पर उनका ‘कथा वाचन’ सुनकर युवती आकर्षित हो गयी थी. बाद में पीड़िता ने आरोपी से फोन पर संपर्क किया. उसके बाद वह उसकी शिष्या बन गयी थी. आरोप है कि युवती के साथ गुरुजी ने दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया. इसके बाद युवती डिप्रेशन में चली गयी. पिछले जुलाई महीने में पीड़िता ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या करने की भी कोशिश की थी. हालांकि वह बच गयी. युवती का लंबे समय तक इलाज चला. थोड़ा संभलने के बाद जुलाई के तीसरे हफ्ते में उसने मंगलकोट थाने में गुरुजी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी. शिकायत दर्ज होने के बाद, आरोपी गुरुजी ने अग्रिम जमानत की मांग करते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख किया. लेकिन उसकी अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज कर दी गयी. गुरुजी को अपनी हिरासत में लेने का पुलिस ने अनुरोध किया. बताया जाता है कि पैंतीस वर्षीय गुरुजी के पूर्वज बीरभूम जिले के सैंथिया इलाके के रहने वाले थे. लगभग 50 वर्ष पहले वे वृंदावन चले आये थे. अब वे वृंदावन के निवासी हैं. पुलिस मामले को लेकर जांच पड़ताल में जुट गयी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version