इस बार भी नहीं निकलेगा रानीगंज का महाबीर अखाड़ा

एक बार फिर रानीगंज के ऐतिहासिक महावीर अखाड़ा के पहले ही अखाड़ा टीमों ने अखाड़ा नहीं निकालने का निर्णय लिया. उन्होंने प्रशासनिक उदासीनता के मुद्दे को कारण बताते हुए रानीगंज के पारंपरिक महावीर अखाड़ा को नहीं निकालने का फैसला किया.

By Prabhat Khabar News Desk | October 15, 2024 9:33 PM
an image

रानीगंज.

एक बार फिर रानीगंज के ऐतिहासिक महावीर अखाड़ा के पहले ही अखाड़ा टीमों ने अखाड़ा नहीं निकालने का निर्णय लिया. उन्होंने प्रशासनिक उदासीनता के मुद्दे को कारण बताते हुए रानीगंज के पारंपरिक महावीर अखाड़ा को नहीं निकालने का फैसला किया. उल्लेखनीय है कि रानीगंज का प्राचीन महावीर अखाड़ा, जो लगभग 100 वर्ष पुराना है, प्रत्येक वर्ष लक्ष्मी पूजा के दूसरे दिन दौरान बाजार क्षेत्र से निकलता था, लेकिन यह महावीर अखाड़ा पिछले पांच वर्षों से शहर में बंद है. हालांकि तीन वर्ष पूर्व तत्कालीन थाना प्रभारी सुब्रत घोष के प्रयास से दो वर्ष तक महावीर अखाड़े को रानीगंज के रॉबिन सेन स्टेडियम में निकाला गया था, लेकिन अखाड़ा टीमों ने अपने पुराने रूट की मांग की और रानीगंज पुलिस प्रशासन से पुराने रूट पर अखाड़ा निकालने अपील की. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. नतीजा यह हुआ कि भले ही पुलिस प्रशासन ने पिछले दो वर्षों से महावीर अखाड़ा की कमेटियों से अखाड़ा निकालने का अनुरोध किया हो और रानीगंज बाजार क्षेत्र में पुलिस बल की भारी तैनाती हो लेकिन गत दो वर्षों से किसी अखाड़ा टीम ने अखाड़ा नहीं निकाला है. हालांकि पुलिस प्रशासन इस अखाड़े को लेकर पहले की ही तरह दो साल से तैयारी कर रहा है. प्रशासन द्वारा इस बार रानीगंज के सभी अखाड़ा दलों को एक बैठक में निर्णय लेने के लिए बुलाया गया था, सभी अखाड़ा समितियां उस बैठक में गयीं, लेकिन जब वे बैठक से वापस आयीं 0तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वे अखाड़ा नहीं निकालेंगे, यदि पुराना मार्ग वापस नहीं लौटाया गया तो अखाड़ा नहीं निकाला जायेगा. उनकी एक ही मांग है कि वे रानीगंज में जिस सड़क पर लाठी का खेल दिखाकर लोगों का मनोरंजन करते थे, वही व्यवस्था वे करना चाहते हैं. इस बार भी उन्हें सड़क पर अपना खेल दिखाने की इजाजत दी जाये, जैसे पहले होता था. गौरतलब है कि रानीगंज से श्री महाबीर व्यायाम समिति, खाकी बाबा मंडली, हटिया तालाब, गोपाल बांध सर्वना, महाबीर कोलियरी, शालडांगा बजरंग क्लब, रक्षा काली सार्वजनिक अखाड़ा, हरिश्चंद्र क्लब , महाराणा प्रताप महाबीर अखाड़ा तथा नव युवक संघ हटिया द्वारा अखाड़ा निकाला जाता था. यह अखाड़ा पूरे बाजार की परिक्रमा कर शिवमंदिर, राजाबांध, साहेबबांध रोड, तिलक रोड की परिक्रमा करता था. शिव मंदिर के पास पुलिस प्रशासन द्वारा कैंप बनाये जाते थे, करतबबाज करतब दिखाते थे. निर्णायक मंडली होती थी जो समितियों के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें कार्यक्रम आयोजित कर पुरस्कृत करते थे. सभी जाति धर्म का अद्भुत संगम देखने को मिलता था. 2019 में रामनवमी के दूसरे दिन निकली शोभायात्रा में दो गुटों में हुए विवाद को देखते हुए आपसी सौहार्द बनाये रखने के लिए प्रशासन द्वारा रूट में परिवर्तन किया गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version