पश्चिम बंगाल : सिउड़ी से लापता बालक 48 घंटे बाद पाथर चापुडी से बरामद, पुलिस ने परिजनों को सौंपा

पश्चिम बंगाल के बीरभूम के सिउड़ी थाने के हाटजन बाजार रेलवे गेट से सटे स्लम एरिया से सात साल का बालक नाजिमुद्दीन मंडल के लापता होने की घटना को लेकर जिला पुलिस सकते में थी. 48 घंटे बाद लापता नाजिमुद्दीन मंडल को पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2022 12:58 PM

पश्चिम बंगाल के बीरभूम के सिउड़ी थाने के हाटजन बाजार रेलवे गेट से सटे स्लम एरिया से सात साल का बालक नाजिमुद्दीन मंडल के लापता होने की घटना को लेकर जिला पुलिस सकते में थी. हालांकि 48 घंटे बाद जिले के पाथर चापूड़ी के पास से नाजिमुद्दीन मंडल को रोते देख एक महिला उद्धार कर स्थानीय थाने ले गई. वहां से पुलिस ने सिउड़ी पुलिस को बच्चे के उद्धार होने की सूचना दी. इसके बाद सिउड़ी थाना पुलिस ने उक्त लापता बालक को उद्धार कर उसके परिजनों को सुरक्षित सुपुर्द कर दिया.

गुरुवार से ही नाजिमुद्दीन मंडल की चल रही थी तलाशी

गुरुवार से ही नाजिमुद्दीन मंडल के लापता होने के बाद से पुलिस जगह-जगह तलाश में जुट गई थी. स्थानीय तालाब में गोताखोरों से तलाशी के साथ ड्रोन कैमरा से भी इलाके में तलाशी चलाई जा रही थी. गौरतलब है कि बीरभूम में इससे पहले इस तरह की घटना घट चुकी है जहां पर लापता बच्चे का शव पड़ोसी के घर से बरामद हुआ था ऐसे में सिमरी में लापता बालक को लेकर भी लोगों में आतंक तैयार हो गया था जिसके कारण पुलिस वालों की ओर से जोर-शोर से अभियान चलाया जा रहा था.

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नाजिमुद्दीन खेलने गया था और घर वापस नहीं आया

नाजिमुद्दीन मंडल अपने दोस्तों के साथ खेलने के लिए बाहर गया और फिर घर वापस नहीं आया था.पूरे इलाके में तलाश करने के बाद भी वह नहीं मिला. नतीजतन नाजिमुद्दीन मंडल का परिवार स्वाभाविक रूप से चिंतित था. अंत में परिजनों ने सिउड़ी थाने में गुमशुदगी की डायरी की थी .सूचना मिलने के बाद पुलिस ने आस-पास के इलाके में तलाशी शुरु कर दी थी.पुलिस के मुताबिक शुक्रवार देर शाम एक महिला ने पाथर चापुड़ी दरगाह के परिसर में नाजिमुद्दीन मंडल को रोते हुए देखा. उस महिला का नाम फातिमा बीबी है. फातिमा बच्चे को नाम से पहचान गई थी क्योंकि बच्चे के लापता होने की खबरे मीडिया में आई थीं. वह तुरंत बच्चे को लेकर थाना पहुंची .फातिमा ने कहा, वह भीख मांगकर दिन चलाती हैं. लॉकडाउन के दौरान वह करीब तीन महीने तक सिउड़ी के उस स्लम एरिया में रही थी. इस वजह से वह उस बच्चे के परिवार के सदस्यों को जानती थी .पुलिस की मदद से लापते बच्चे को परिवार को सौंप दिया गया है.

पुलिस का कहना है कि बच्चा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं

पुलिस का मानना ​​है कि बच्चा की  मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. अनजाने में वह बस में चढ़ कर पाथर चापुड़ी पहुंच गया था. हालांकि पुलिस घटना की जांच कर रही है. लापता बालक की मां जुलेखा बीबी ने बताया कि पांच साल पहले उसने काशेमुद्दीन को छोड़कर सिउड़ी के हाट जन बाजार इलाके में रेलवे स्टेशन के पास एक झुग्गी बस्ती उदलपुल निवासी जसीमुद्दीन से निकाह की थी. जुलेखा ने पहले परिवार को नाजिमुद्दीन मंडल के साथ छोड़ दिया था. दूसरी उसके कोई संतान नहीं है. तलाकशुदा होने के बावजूद, उनके पिता काशेमुद्दीन अपने छोटे बेटे को देखने के लिए पिछले पांच वर्षों में दो बार नदिया से सिउड़ी आए थे. आखिरी बार पूजा के बाद पिछले साल आए थे. जुलेखा बीबी ने कहा, काशेमुद्दीन मेरे बेटे को मुझसे दूर ले जा सकता है.

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रिपोर्ट : मुकेश तिवारी

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